-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी * भानु सप्तमी को धर्मग्रंथों में बड़ा ही पवित्र दिन माना गया है. * रविवार के दिन सप्तमी तिथि हाती है तो भानु सप्तमी कहलाती है. * इस अवसर पर भगवान भास्कर के निमित्त व्रत करते हुए उनकी उपासना करने से अत्यधिक पुण्य प्राप्त होता है. * ताम्र के कलश में शुद्ध पवित्र जल भरकर तथा उसमें लाल चंदन, अक्षत, लाल रंग के फूल आदि डालकर भगवान भास्कर को अध्र्य देना चाहिए. * धर्मशास्त्रों में भानु सप्तमी के पर्व को सूर्य ग्रहण के समान प्रभावी बताया गया है, इसलिए इस दिन जप, होम, दान आदि करने पर उसका अनन्त शुभ फल प्राप्त होता है. * जिनकी जन्म पत्रिका में सूर्यदेव अकारक हैं उन्हें इस अवसर पर गेंहू, स्वर्ण, गुड़ आदि का दान करना चाहिए. * कार्य-व्यवसाय में प्रगति के लिए 1, 10, 19 और 28 जन्म दिनांक वालों को बंदरों को गुड़-चना देना चाहिए. ॥आरती श्री सूर्यदेव॥ जय कश्यप-नन्दन,ॐ जय अदिति नन्दन. - आज का राशिफल - मेष राशि: संतान से जुड़े मामले सहज ही निपटेंगे. प्रगतिवर्धक समाचार मिलेंगे. व्यावसायिक अनुकूलता रहेगी. आर्थिक मामलों में सुधार की संभावना है. संतान की ओर से सुखद स्थिति बनेगी. वृष राशि: अपने व्यवहार को नम्र बनाएं. दूसरे की बातों भी सुनें. कटु वचनों का प्रयोग न करें. दुस्साहस नहीं करें, कानूनी काम होंगे. कार्ययोजना को गुप्त रखना आपके हित में रहेगा. जल्दबाजी में नहीं रहें. मिथुन राशि: समाज में आप प्रभाव बढ़ेगा. प्रशासन से जुड़े लोग व्यस्त रहेंगे. शुभ कार्यों में संलग्न होने से सुयश एवं सम्मान मिलेगा. पराक्रम बढ़ेगा. नवीन उपलब्धियों के साथ अनायास लाभ के योग बनेंगे. कर्क राशि: कार्य स्थल पर कर्मचारियों का सहयोग मिलेगा. नई साझेदारी लाभदायक रहेगी. आज विशेष लाभ होने की संभावना है. अनुकूल समाचार मिलेंगे. कार्यकुशलता, प्रयास, परिश्रम की सार्थकता रहेगी. निवेश लाभदायी रह सकेगा. सिंह राशि: दिन की शुरुआत में आलस की अधिकता रहेगी. राज्यपक्ष में आपका प्रभाव बढ़ेगा. विरोधियों से सावधान रहें. दांपत्य सुख मिलेगा. समय का दुरुपयोग न करें. प्रयास में आलस्य नहीं करें. कन्या राशि: अच्छा सोचें, सकारात्मक विचारों के कारण प्रगति के अवसर आएंगे. धन प्राप्ति के योग हैं. व्यापार अच्छा चलेगा. परिवार में तरक्की होगी. तुला राशि: जो भी करें, समझे फिर करें. लोगों के बिच अपनी छवी सुधारें. अनसोचे कामों में हाथ नहीं डालें. पारिवारिक मामले अशांत रखेंगे. कार्यक्षेत्र में काम का बोझ अधिक रहेगा. आर्थिक तंगी चिंता में डालेगी. वृश्चिक राशि: आप की मेहनत के अनुकूल सफलता मिलेगी. प्रतिस्पर्धा में यश, सफलता मिलेगी. संतान से मदद प्राप्त हो पाएगी. आर्थिक योजनाओं का क्रियान्वयन होने की संभावना है. धनु राशि: समय मध्यम है. तनाव बढेगा. क्रोध पर नियंत्रण रखें. महत्व के कार्य, निर्णयों में सहयोग लेना होगा. मान-सम्मान बढ़ेगा, वाहन से चोट लग सकती है. व्यर्थ के विवादों से दूर रहें. मकर राशि: आर्थिक लाभ होने से रुके कार्यों को गती मिलेगी योजनाएं फलीभूत होंगी. लेनदेन, कर्ज, खर्च की पूर्णता होगी. पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि से संतोष रहेगा. रिश्तेदारों से संबंधों में मर्यादा जरूरी है. कुम्भ राशि: समय पर निर्णय लेने से कार्यो में सफलता तय है. व्यावसायिक संबंधों का लाभ मिलेगा. बुद्धि एवं तर्क से कार्य में सफलता के योग बनेंगे. रुका धन मिलेगा, धार्मिक रुचि बढ़ेगी. मीन राशि: अपने निर्णय को सुरक्षित रखें. हर किसी को अपना प्रयोजन न बताय लक्ष्य को ध्यान में रखकर प्रयत्न करें, सफलता मिलेगी. नौकरी में पदोन्नति के योग हैं. परिवार में सहयोग का वातावरण रहेगा. *आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 9131366453 * यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.- - रविवार का चौघडिय़ा - दिन का चौघडिय़ा रात्रि का चौघडिय़ा पहला- उद्वेग पहला- शुभ दूसरा- चर दूसरा- अमृत तीसरा- लाभ तीसरा- चर चौथा- अमृत चौथा- रोग पांचवां- काल पांचवां- काल छठा- शुभ छठा- लाभ सातवां- रोग सातवां- उद्वेग आठवां- उद्वेग आठवां- शुभ * चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है. * दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें. * रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें. * अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है. * यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय पंरपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं. * अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है! पंचांग रविवार, 12 जुलाई, 2020 भानु सप्तमी कालाष्टमी शक सम्वत 1942 शार्वरी विक्रम सम्वत 2077 काली सम्वत 5122 दिन काल 13:49:44 मास श्रावण तिथि सप्तमी - 15:50:16 तक नक्षत्र उत्तरा भाद्रपद - 08:18:49 तक करण बव - 15:50:16 तक, बालव - 29:01:02 तक पक्षकृष्ण योग अतिगंड - 21:50:05 तक सूर्योदय 05:31:46 सूर्यास्त 19:21:30 चन्द्र राशि मीन चन्द्रोदय 24:07:00 चन्द्रास्त 11:52:59 ऋतु वर्षा दिशा शूल: पश्चिम में राहु काल वास: उत्तर में नक्षत्र शूल: कोई नहीं चन्द्र वास: उत्तर में
त्रिभुवन - तिमिर - निकन्दन,भक्त-हृदय-चन्दन॥
जय कश्यप-नन्दन, ॐ जय अदिति नन्दन.
सप्त-अश्वरथ राजित,एक चक्रधारी.
दु:खहारी, सुखकारी,मानस-मल-हारी॥
जय कश्यप-नन्दन, ॐ जय अदिति नन्दन.
सुर - मुनि - भूसुर - वन्दित,विमल विभवशाली.
अघ-दल-दलन दिवाकर,दिव्य किरण माली॥
जय कश्यप-नन्दन, ॐ जय अदिति नन्दन.
सकल - सुकर्म - प्रसविता,सविता शुभकारी.
विश्व-विलोचन मोचन,भव-बन्धन भारी॥
जय कश्यप-नन्दन, ॐ जय अदिति नन्दन.
कमल-समूह विकासक,नाशक त्रय तापा.
सेवत साहज हरतअति मनसिज-संतापा॥
जय कश्यप-नन्दन, ॐ जय अदिति नन्दन.
नेत्र-व्याधि हर सुरवर,भू-पीड़ा-हारी.
वृष्टि विमोचन संतत,परहित व्रतधारी॥
जय कश्यप-नन्दन, ॐ जय अदिति नन्दन.
सूर्यदेव करुणाकर,अब करुणा कीजै.
हर अज्ञान-मोह सब,तत्त्वज्ञान दीजै॥
जय कश्यप-नन्दन, ॐ जय अदिति नन्दन.
आज का दिन : ज्योतिष की नज़र में
खबर : चर्चा में
************************************************************************************
Disclaimer : इस न्यूज़ पोर्टल को बेहतर बनाने में सहायता करें और किसी खबर या अंश मे कोई गलती हो या सूचना / तथ्य में कोई कमी हो अथवा कोई कॉपीराइट आपत्ति हो तो वह [email protected] पर सूचित करें। साथ ही साथ पूरी जानकारी तथ्य के साथ दें। जिससे आलेख को सही किया जा सके या हटाया जा सके ।
