कोटा. वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे एम्पलाईज यूनियन द्वारा पश्चिम मध्य रेलवे के समस्त स्टेशनों, कार्यस्थलों, गैंगचालों, रेलवे कॉलोनियों में रेल कर्मचारियों को बोनस, रेलों के निजीकरण, एनपीएस के प्रति जागरूकता के तहत बोनस अधिकार पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है.

यूनियन के महामंत्री मुकेश गालव ने बताया कि सन् 1974 की रेल हड़ताल के अमर शहीदों की कुर्बानी से मिले बोनस के अधिकार को केन्द्र सरकार द्वारा अनदेखी करने एवं कर्मचारियों के डीए, नाईट डयूटी आदि में कटौती एवं रेलों के निजीकरण, एनपीएस के विरोध में बोनस अधिकार पखवाड़ा मनाया जा रहा है.

बोनस अधिकार पखवाड़े के तहत कोटा मंडल तुगलकाबाद, भरतपुर, बयाना, गंगापुरसिटी, सवाईमाधोपुर, बांरा, बूंदी, रामगंजमंडी, भवानीमंडी, शामगढ़, विक्रमगढ आलोट के सभी स्टेशनों पर आम सभा करके केन्द्र सरकार द्वारा लगतार वेतन भत्तों में किये जा रहे कटौती के बारे में जागरूक किया जा रहा है.

बोनस अधिकार पखवाड़ा 16 अक्टूबर तक पूरे पश्चिम मध्य रेलवे के तीनों मंडलों कोटा, जबलपुर व भोपाल के समस्त रेलवे स्टेशनों, कार्यस्थलों, गैंगचालों, रेलवे कॉलोनियों में रेलकमज़्चारियों को उत्पादक्ता आधारित बोनस के इतिहास के बारे में जागरूक किया जायेगा.

उन्होंने कहा कि रेलकर्मचारियों ने अपनी मेहनत के द्वारा किया गया उत्पादक्ता आधारित बोनस  में केन्द्र सरकार द्वारा कोरोना महामारी की आड़ में कटौती करने पर अमादा है. बोनस सन् 1974 की ऐतिहासिक रेल हड़ताल के बाद रेलकर्मचारियों के संघर्ष के परिणाम स्वरूप रेलकर्मचारियों को मिलना प्रारंभ हुआ है यह रेल कर्मचारियों का अधिकार है हम इसे लेकर रहेगें.

मुकेश गालव ने बताया कि पिछले दिनों नाईट डयूटी बन्द करने एवं कटौती करने के आदेश जारी हुये हैं. इसी प्रकार बिना जॉब एनॉलिसिस के पोईन्टसमैनों एवं स्टेशना मास्टर का डयूटी रोस्टर 8 घंटे से बढ़ाकर 12 घंटे किया गया है. इससे रेलकर्मचारियों में भारी आक्रोश है.