कोटा/जबलपुर. कोरोना महामारी के समय, जब पूरा देश लॉकडाउन में कैद था, सड़कों पर एक भी वाहन नजर नहीं आ रहा था, उस संकटकाल के समय भारतीय रेलवे के जांबाज कर्मचारी ही ऐसे थे, जो पूरे देश में जरूरी सामग्री की सप्लाई चैन को निर्बाध बनाये रखने के लिए अपनी जान की परवाह नहीं करते हुए माल ढुलाई के काम में जुटे रहे. इसका ही परिणाम है कि रेलवे की 15 फीसदी से अधिक ढुलाई कर नया रिकार्ड बना है, किंतु केंद्र सरकार इन रेल कर्मचारियों को बोनस देने में आनाकानी कर रही है, यह बर्दाश्त नहीं किया जायेगा, कर्मचारियों के लिए तत्काल बोनस आदेश जारी किया जाए. यह बात वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन के महामंत्री मुकेश गालव ने कही.

वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे एम्पलाईज यूनियन द्वारा पश्चिम मध्य रेलवे के समस्त स्टेशनों, कार्यस्थलों, गैंगचालों, रेलवे कॉलोनियों में रेलकर्मचारियों को बोनस, रेलों के निजीकरण, एनपीएस के प्रति जागरूकता के तहत बोनस अधिकार पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है.

यूनियन के महामंत्री मुकेश गालव ने कहा कि रेलकर्मचारियों ने कोरोना के समय माल ढुलाई में 15 फीसदी से अधिक बढ़ोत्तरी की है. इसके बाद भी अभी उनके बोनस की घोषणा नहीं गई है. इससे रेलकर्मचारियों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है. रेलकर्मचारियों ने अपनी मेहनत के द्वारा किया गया उत्पादकता आधारित बोनस (पीएलबी) केन्द्र सरकार द्वारा कोरोना महामारी की आड़ में कटोति करने पर अमादा है. बोनस सन् 1974 की ऐतिहासिक रेल हड़ताल के बाद रेलकर्मचारियों के संघर्ष के परिणाम स्वरूप रेलकर्मचारियों को मिलना प्रारंभ हुआ है यह रेल कर्मचारियों का अधिकार है हम इसे लेकर रहेगें.

बोनस अधिकार पखवाड़े के तहत कोटा मंडल तुगलकाबाद, भरतपुर, बयाना, गंगापुरसिटी, सवाईमाधोपुर, बांरा, बूंदी, रामगंजमंडी, भवानीमंडी, शामगढ़, विक्रमगढ आलोट के सभी स्टेशनों पर आम सभा करके केन्द्र सरकार द्वारा लगतार वेतन भत्तों में किये जा रहे कटौति के बारे में जागरूक किया जा रहा है. बोनस अधिकार पखवाड़ा दिनांक 16 अक्टूबर 2020 तक पूरे पश्चिम मध्य रेलवे के तीनों मंडलों कोटा, जबलपुर व भोपाल के समस्त रेलवे स्टेशनों, कार्यस्थलों, गैंगचालों, रेलवे कॉलोनियों में रेलकर्मचारियों को उत्पादक्ता आधारित बोनस (पीएलबी) के इतिहास के बारे में जागरूक किया जायेगा.

ड्यूटी रोस्टर 8 घंटा से बढ़ाकर 12 घंटा करने से आक्रोश

श्री गालव ने बताया कि पिछले दिनों नाईट डयूटी बन्द करने एवं कटौति करने के आदेश जारी हुये है इसी प्रकार बिना जॉब एनॉलिसिस के पॉईन्टसमैनों एवं स्टेशना मास्टर का डयूटी रोस्टर 8 घंटे से बढ़ाकर 12 घंटे किया गया है. इससे रेलकर्मचारियों में भारी आक्रोश है.