नई दिल्ली. कोरोना महामारी के बाद अब जब यात्री ट्रेनों की शुरुआत हो रही है, भारतीय रेलवे ने ट्रेनों की टाइमिंग में सुधार करने के लिए जीरो बेस टाइम टेबल शुरु कर रहा है. इसके कारण 600 मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन बंद हो सकता है, साथ ही 10,200 स्टेशन या हॉल्ट पर ट्रेनों का ठहराव खत्म हो सकता है. अगले एक दो महीने में इसके लिए अधिसूचना जारी कर दी जायेगी.

योजना के अनुसार 360 यात्री ट्रेनों को मेल या एक्सप्रेस ट्रेनों के तौर पर अपग्रेड किया जायेगा.

120 मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों को सुपर फास्ट ट्रेनों में अपग्रेड किया जायेगा. टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक सूत्रो ने बताया कि रेल मंत्रालय इस योजना को अंतिम रूप दे रहा है. इस बारे में जल्द ही जानकारी दे दी जायेगी.

इस बारे में जानकारी देते हुए रेलवे बोर्ड के सीईओ और चेयरमैन वीके यादव ने संवाददाताओं को बताया कि जब भारतीय रेलवे ट्रेनों का सामान्य परिचालन शुरु करेगा तो नई व्यवस्था शुरू कर दी जायेगी. हालांकि उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के वर्तमान हालातों को देखते हुए अभी इसके लिये कोई तय समय या तारीख नहीं बता सकते हैं. पर यह निर्भर करता है कि सामान्य सेवाएं कब से शुरु होती है.

इससे पहले रेलवे ने बताया था कि नयी प्रणाली के मुताबिक यात्री ट्रेनों की संख्या और ठहराव में कमी आयेगी. इसका मतलब यह होगा की सभी यात्री ट्रेनों की समय सारणी और फ्रीक्वेंसी में बदलाव होगा. वीके यादव ने बताया था कि इस कार्य के लिए आईआईटी मुंबई की मदद ली जा रही है.

नया टाइमटेबल इस प्रकार से तैयार किया जा रहा है कि मालगाडिय़ों की संख्या बढ़ायी जा सके. साथ ही उनकी स्पीड को भी बढ़ाया जा सके. रेलवे यह भी प्रयास कर रहा है कि यात्री गाडिय़ों की स्पीड को भी 10 फीसदी तक बढ़ाया जा सके. रेलवे की ओर से जारी किये जाने वाले नये टाइमटेबल के मुताबिक इस प्रकार की तैयारियां की जा रही है कि उन ट्रेनों का परिचालन बंद बंद करेगा जिनमें पूरे साल 50 फीसदी से कम यात्री यात्रा करते हैं.

यात्रियों की जरूरत और सुविधा के मुताबिक उस समय पर पहले से चल रही किसी और ट्रेन की सुविधा दी जा सकती है.