जबलपुर. हर साल दुर्गा पूजा से पहले रेल मंत्रालय उत्पादन संबंधित बोनस (पी.एल. बोनस) आज तक जारी नही किया गया. अफसोस की बात यह है कि इस बार वर्ष 2019-20 के लिए उत्पादन संबंधित बोनस की घोषणा नही किया है, इससे सभी रेल कर्मचारी काफी आक्रोष में है.
वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे मजदूर संघ के महामंत्री अशोक शर्मा ने बताया कि कोविड -19 महामारी कोरोना वायरस संकट के बीच रेल कर्मचारी अपनी जिंदगी को दांव पर लगाकर दिन -रात मेहनत कर भारतीय रेल और माल गाड़ी चला रहे है. कोविड -19 संक्रमण के चलते अभी तक करीब 350 रेल कर्मचारी शहीद हो चुके हैं. सरकार कोरोना संकट के नाम पर इसे नहीं रोक सकती वरना रेल का चक्का जाम कर दिया जायेगा और इसकी सारी जिम्मेदारी भारत सरकार और रेल प्रशासन की होगी, क्योंकि बोनस रेल कर्मचारी का हक है.
21 अक्टूबर तक बोनस की घोषणा नहीं होने पर सीधी कार्यवाही
नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवे मेन्स (एआईआरएफ) के महामंत्री डॉ. एम. राघवैया एवं एनएफआईआर के कार्यकारी अध्यक्ष व वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे मजदूर संघ के अध्यक्ष डा. आर. पी. भटनागर ने सभी देश भर की यूनियनों को अपील किया है कि 20 अक्टूबर 2020 को पूरी रेल कर्मचारियों को बोनस से संबधित मुद्दे पर सभी वर्गो को शामिल करते हुये भारतीय रेलवे पर व्यापक रैलियों और प्रदर्शनों को करने का निर्णय लिया. रेल मंत्रालय द्वारा 21 अक्टूबर 2020 तक बोनस के भुगतान के लिए आदेश जारी ना करने की स्थिति में, रेल कर्मचारी को सीधी कार्यवाही के लिए प्रेरित किया जायेगा.
जोनल संघ प्रवक्ता व कार्यकारी महामंत्री सतीश कुमार ने कहा कि उत्पादन संबधित बोनस रेलवे कर्मचारियो का हक है, जिसे वह उत्पादन के आधार पर लेते हैं, ये स्कीम पिछले 40 साल से अमल में है. पेमेन्ट में देरी करना गलत बात है. जबलपुर में डीआरएम प्रांगण में संघ द्वारा आन्दोलन की इसी कड़ी में विषाल धरना प्रदर्शन 20 अक्टूबर 2020 को सुबह 11 बजे से आरंभ होगा.