पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर स्थित वेटनरी परिसर में आए तेंदुए को लेकर अभी तक वन विभाग की टीम के हाथ खाली है, अब ऐसा भी कहा जा रहा है कि तेंदुआ पेंटीनाका स्थित सेंट जोसफ स्कूल के सामने फु टबाल ग्राउंड में देखा गया, इसके बाद वह मिलिट्री अस्पताल से लगे खेतो से होते हुए जंगल की ओर निकल गया है. इसके बाद भी वेटनरी परिसर में अभी भी लोगों में दहशत व्याप्त है. 

बताया जाता है कि तीन दिन पहले वेटनरी कालेज परिसर में तेंदुए की दस्तक से हड़कम्प मच गया, जिसे लेकर कालेज के डीन से लेकर स्टूडेंट, कर्मचारी तक घबरा गए, हर तरफ दहशत का माहौल बन गया, इस बात की खबर मिलते ही वन विभाग की टीम पहुंच गई और पग मार्ग के आधार पर तेंदुए की तलाश की लेकिन तेंदुए का कहीं पता नहीं चल सका, जबकि तेंदुआ वेटनरी परिसर में लगे सीसीटीवी में कैद हो गया, हालांकि वन विभाग की टीम ने तेंदुए को पकडऩे के लिए पिंजरा तक लगा दिया है और लोकेट करने में जुटी है.

वहीं अब इस बात को लेकर भी चर्चा है कि तेंदुआ पेंटीनाका स्थित सेंट जोसफ स्कूल के सामने फुटबाल ग्राउंड में देखा गया, इसके बाद वह मिलिट्री अस्पताल से लगे खेतों से होता हुआ जंगल की ओर चला गया है, इस बात की खबर के बाद वन विभाग की टीम ने कुछ हद तक राहत की सांस ली है. गौरतलब है कि रविवार को सुबह 6 बजे के लगभग तेंदुआ वेटनरी परिसर में रहने वाले युवक ने देखा था इसके बाद ही वन विभाग की टीम पहुंच गई जहां पर तेंदुआ के निशान मिले, इसके बाद तेंदुआ रात 12 से एक बजे के बीच सर्किट हाउस क्रमांक एक के पास देखा गया. वन्य प्राणी विशेषज्ञों की माने तो जबलपुर में ईडीके, डुमना,बरगी व बरेला के जंगलों में काफी तादाद में तेंदुए है, जिसकी मुख्य वजह यह भी है कि बरेला से बरगी के बीच नया हाइवे बनने के बाद कई जंगली रास्ते खत्म हो गए जिसके चलते तेंदुओं के लिए नया रास्ता बनगया है, जो बांधवगढ़ से सिहोरा, डुमना, रिज रोड, आर्मी एरिया, छेवला गांव से ठाकुरताल की पहाड़ी और बरगी होते हुए कान्हा के जंगलों से सीधा जुड़ता है. पहले तेंदुए डुमना से ईडीके जंगलों तक ही सीमित रहते थे. इसके बाद  तेदुआ ने अपना नया ठिकाना रामपुर के ठाकुरताल व मदनमहल के पहाड़ी क्षेत्र को बनाया है.