- प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी  

भगवान कार्तिकेय की पूजा स्कन्द षष्ठी के दिन की जाती है. कार्तिकेय के पूजन से रोग-दोष, दु:ख-दारिद्र का निवारण होता है. धर्मग्रथों के अनुसार नारद-नारायण संवाद के दौरान संतान प्राप्ति और संतान की पीड़ाओं का शमन करने के लिए इस व्रत का विधान बताया गया है. धर्मग्रथों के अनुसार भगवान शिव के तेज से उत्पन्न बालक स्कन्द की छह कृतिकाओं ने स्तनपान करा कर रक्षा की थी. इनके छह मुख हैं और उन्हें कार्तिकेय नाम से पुकारा जाने लगा. भोलेनाथ और माता पार्वती के पुत्र कार्तिकेय की पूजा मुख्यत: दक्षिण भारत, खासतौर पर तमिलनाडु में होती है. भगवान कार्तिकेय के प्रमुख मंदिर तमिलनाडू में ही हैं. 

धर्मधारणा है कि... स्कंद षष्ठी की उपासना से च्यवन ऋषि को आंखों की ज्योति प्राप्त हुई... स्कंद षष्ठी के पाठ से प्रियव्रत का मृत शिशु जीवित हो गया. 

ब्रह्मपुराण में उल्लेख है कि... स्कन्द की उत्पत्ति अमावास्या को अग्नि से हुई थी, वे चैत्र शुक्ल पक्ष की षष्ठी को प्रत्यक्ष हुए थे, देवों के द्वारा सेनानायक बनाये गये थे तथा तारकासुर का वध किया था, अत: उनकी पूजा, दीपों, वस्त्रों, अलंकरणों, आदि से की जाती है. साथ ही, स्कंद षष्ठी पर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है. कार्तिकेय की स्थापना कर अखंड दीपक जलाए जाते हैं. विशेष कार्य की सिद्धि के लिए इस समय की गई पूजा-अर्चना विशेष फलदायी होती है. 

- आज का राशिफल -

मेष राशि:- आप की दिनचर्या में बदलाव आयेगा. अपने लक्ष्य को ध्यान में रखकर प्रयत्न करें, सफलता मिलेगी. नौकरी में पदोन्नति के योग बन रहे है. परिवार में सहयोग का वातावरण रहेगा. स्वभाव में चिड़चिड़ाहट रहेगी.

वृष राशि:- अपनों के व्यवहार से मन दुखी होगा. किसी भी काम को करने से पहले रणनीति तय करें. पारिवरिक समस्याओं का समाधान संभव है. रोजगार में लोभ न करें. वैवाहिक चर्चा सफल रहेगी. रुका धन मिलेगा, धार्मिक रुचि बढ़ेगी.

मिथुन राशि:- गलत निर्णय का गलत नतीजा. व्यवसाय में परिवर्तन करने का मन होगा. मान-सम्मान बढ़ेगा. योजनाएं फलीभूत होंगी. लेनदेन, कर्ज, खर्च की पूर्णता होगी. उधार दिया पैसा वापस नहीं मिलने से परेशानी बढ़ेगी.

कर्क राशि:- आप की मेहनत के अनुरूप आप को फल न मिलने से मन दुखी होगा. व्यापारिक प्रतिस्पर्धा में यश, सफलता मिलने के योग है. संतान से मदद मिलेगी. आर्थिक पक्ष मजबूत होगा.

सिंह राशि:- कार्यस्थल पर सकारात्मक विचारों के कारण प्रगति के अवसर आएंगे. धन प्राप्ति के योग हैं. व्यर्थ के विवादों से दूर रहें. व्यापार अच्छा चलेगा. पुराने विरोधी सक्रिय होंगे.

कन्या राशि:- दोस्तों से मन की बात होगी. अनसोचे कामों में हाथ नहीं डालें. पारिवारिक मामले अशांत रखेंगे. कार्यक्षेत्र में काम का बोझ अधिक रहेगा. आर्थिक तंगी चिंता में डालेगी. कर्ज की अधिकता से तनाव बढ़ेगा.

तुला राशि:- दिन श्रेष्ठ है. व्यावसायिक संबंधों का लाभ मिलेगा. बुद्धि से कार्य में सफलता के योग. पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि से संतोष रहेगा. रिश्तेदारों से संबंधों में मर्यादा जरूरी है. प्रेम प्रसंग में सफल होंगे.

वृश्चिक राशि:- किसी भी कीमत पर अपना काम करवा लेंगे. जीवनसाथी की मदद से कार्य पुरे होंगे. अपनी जिम्मेदारी को ठीक तरह से निभाने का प्रयास करें. निवेश लाभदायी रह सकेगा. राज्यपक्ष में आपका प्रभाव बढ़ेगा. विरोधियों से सावधान रहें.

धनु राशि:- आप की कार्यशैली और वाक् चातुर्य से काम पुरे होंगे. व्यावसायिक अनुकूलता रहेगी. निवेश करने में जल्दबाजी न करें. आर्थिक मामलों में सुधार की संभावना है. प्रगति वर्धक समाचार मिलेंगे. कार्ययोजना को गुप्त रखें.

मकर राशि:- दिन की शुरुआत में आलस हावी रहेगा. दोस्तों के साथ मोज-मस्ती में समय बीतेगा. शुभ कार्यों में शामिल होने से सुयश एवं सम्मान मिलेगा. पराक्रम बढ़ेगा. नवीन उपलब्धि होगी. नए वस्त्रों की प्राप्ति होगी.

कुम्भ राशि:- राजनितिक दबाव के कारण होते कार्य अवरुद्ध हो सकते है. आज आर्थिक विशेष लाभ होने की संभावना है. परिजनों से अनुकूल समाचार मिलेंगे. संतान की ओर से सुखद स्थिति बनेगी.

मीन राशि:- आपके अपनों द्वारा आप प्रताड़ित हो सकते हैं. अपने उदेश्य की पूर्ति के प्रयास में आलस्य व विलंब नहीं करें. भूमि, आवास की समस्याओं का समाधान होगा. आर्थिक चिंता के कारण मन में असंतोष रहेगा. कर्ज से मुक्त मिलेगी.

* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 9131366453   

* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.

- शुक्रवार का चौघडिय़ा -

दिन का चौघडिय़ा      रात्रि का चौघडिय़ा

पहला- चर              पहला- रोग

दूसरा- लाभ             दूसरा- काल

तीसरा- अमृत            तीसरा- लाभ

चौथा- काल              चौथा- उद्वेग

पांचवां- शुभ              पांचवां- शुभ

छठा- रोग                छठा- अमृत

सातवां- उद्वेग             सातवां- चर

आठवां- चर               आठवां- रोग

* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है 

* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.

* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.

* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.

* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय पंरपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं.

* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!

छठ पूजा:  डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य देने का सबसे शुभ मुहूर्त

डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य डालने का सबसे सही वक्त शाम 5 बजकर 25 मिनट पर है. 21 नवंबर को उगते हुए सूरज का अर्घ्य डाला जाएगा. उगते हुए सूरज को अर्घ्य डालने का सबसे सही वक्त सुबह 6 बजकर 25 मिनट पर है. यही अर्घ्य डालने का सबसे शुभ मुहूर्त है.  

पंचांग 

शुक्रवार, 20 नवंबर, 2020
छठ पूजा प्रारम्भ , अस्ताचल गामी भगवान

को प्रथम अर्ध्य 
स्कन्द षष्ठी
सूरसम्हारम

शक सम्वत 1942   शार्वरी
विक्रम सम्वत 2077
काली सम्वत 5122
दिन काल 10:37:21
मास कार्तिक
तिथि षष्ठी - 21:31:45 तक
नक्षत्र उत्तराषाढ़ा - 09:22:47 तक
करण कौलव - 09:40:18 तक, तैतिल - 21:31:45 तक
पक्ष शुक्ल
योग गण्ड - 08:00:35 तक, वृद्धि - 30:42:18 तक
सूर्योदय 06:48:03
सूर्यास्त 17:25:26
चन्द्र राशि मकर
चन्द्रोदय 11:50:00
चन्द्रास्त 22:30:00
ऋतु हेमंत
अग्निवास आकाश - 09:29 पी एम तक. पाताल
दिशा शूल पश्चिम
चन्द्र वास दक्षिण
राहु वास दक्षिण-पूर्व