जबलपुर. रेल कर्मचारियों व उनके परिजनों के उपचार के संबंध में आ रही लगातार शिकायतों से निपटने के लिए अब रेलवे सभी रेल कर्मचारियों का हेल्थ इंश्योरेेंस कराये जाने की तैयारी शुरू कर दी है, इस व्यवस्था के लागू होने से रेल कर्मचारी जरूरत पडऩे पर कहीं भी अपनी सुविधानुसार निजी अस्पताल में दाखिल होकर उपचार करा सकेंगे. अभी रेलवे अस्पताल अपने मुतबिक कर्मचारियों व उनके परिजनों को रेफर करता है. इसमें बड़े भ्रष्टाचार की लगातार शिकायतें मिलती रही हैं.

रेलवे बोर्ड ने इस संबंध में पश्चिम मध्य रेलवे सहित सभी जोन व मंडल से रेल कर्मचारियों की संख्या और रैंक की जानकारियाँ मँगाई हैं, ताकि उनका आकलन करने के बाद बीमा कराने की योजना को लागू कर दिया जाए.

उल्लेखनीय है कि रेलवे बोर्ड के समक्ष वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन के महामंत्री मुकेश गालव ने रेल अस्पतालों में स्टाफ की कमी और दूर-दराज के क्षेत्रों में इलाज के लिए परेशानियों को देखते हुए रेलकर्मचारियों को बेहतर उपचार मुहैया कराने हेल्थ बीमा कराने की माँग की थी और इस संबंध में एआईआरएफ के माध्यम से रेलवे बोर्ड पर दबाव बनाया था, जिसे स्वीकार करते हुए रेलवे बोर्ड ने बीमा योजना लागू करने की पहल की है.