अहमदाबाद. गुजरात में स्थानीय निकाय चुनावों में अधिक से अधिक सीटें जीतने के लिए भाजपा और कांग्रेस ने पहले ही अभ्यास शुरू कर दिया है. राज्य में भाजपा और कांग्रेस के साथ तीसरे मोर्चे पर लडऩे के लिए ओवैसी की पार्टी अब मैदान में है. बीटीपी और एआईएमआईएम का गठबंधन हुआ है.  ऐसे में अब लगता है कि गुजरात में ओवैसी की पार्टी की डिमांड बढ़ रही है. अहमदाबाद के पतंग बाजार में ओवैसी की पार्टी की पतंगों की मांग बढ़ गई है.

इस बारे में पतंग व्यापारी का कहना है कि इस बार जमालपुर पतंग बाजार के अंदर ओवैसी पतंगों की बहुत मांग है. हर साल अलग-अलग पार्टी वाली पतंगें बनाई जाती थीं लेकिन इस साल ओवैसी की पार्टी वाली पतंगों की मांग बढ़ गई है. इसका मुख्य कारण ओवैसी की पार्टी का प्रतीक पतंग है. इसीलिए इस पार्टी का पतंग बाजार ने स्वागत किया है. जमालपुर में पतंग बाजार में हर घर में पतंगें बनाई जाती हैं.

लेकिन अभी तक पतंग बाजार के लिए विपक्ष द्वारा कुछ भी नहीं किया गया है. तो जिस पार्टी का प्रतीक पतंग है वह गुजरात में आया है, इसलिए पतंग बाजार के लोगों को पता है कि अगर यह पार्टी गुजरात में आती है, तो वह पतंग बाजार के लिए कुछ करेगी. उल्लेखनीय है कि आने वाले दिनों में होने वाले स्थानीय निकाय चुनाव भाजपा और कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका हो सकते हैं. भाजपा-कांग्रेस के साथ-साथ आप और ओवैसी की पार्टी भी चुनाव लड़ेंगी. इसलिए गुजरात में दो दलों का उदय भाजपा और कांग्रेस के वोट बैंक को प्रभावित कर सकता है.