पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर में सूदखोरों के मकडज़ाल में फंसकर आज भी लोग अपनी जीवन भर की पूंजी गवां रहे है. एंटी माफिया की टीम ने अब ऐसे सूदखोरों पर अभियान चलाकर कार्यवाही शुरु की है, सिविल लाइन पुल नम्बर एक के पास कृष्णा भोजनालय की आड़ में सूदखोरी का धंधा करने वाले विनोद टाटीकर व उनके बेटे लकी के खिलाफ पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया है, जिन्होने रेलवे कर्मचारी को 25 सौ रुपए ब्याज पर देकर 72 हजार रुपए वसूल लिए, इसके अलावा भी सूदखोर पिता-पुत्र ने कई लोगों से इसी तरह से रुपया वसूला है.
पुलिस के अनुसार रेलवे अस्पताल के पीछे रहने वाले योगेन्द्रसिंह पनसेरिया उम्र 42 वर्ष रेलवे में जूनियर क्लर्क के पद पर पदस्थ है, जिनकी फेफड़ों की बीमारी के चलते आर्थिक स्थित बिगड़ गई, योगेंद्र ने फरवरी 2020 में सूदखोर विनोद टाटीकर से दस प्रतिशत ब्याज की दर से 25 सौ रुपए उधार लिए, जिसके एवज में योगेन्द्र के ब्लैंक चेक देते हुए 4 माह में रुपया देने की बात कही. लेकिन सूदखोर विनोद व उनका बेटा लकी टाटीकर दूसरे महीने ही मूल रकम व ब्याज देने के लिए दबाव डालने लगे. लगातार धमकी मिलने से परेशान योगेन्द्र ने 9 जून 2020 को सोसायटी से 89हजार 331 रुपए लोन निकाला, जिसमें से सूदखोर पिता व पुत्र ने ब्याज सहित 72 हजार रुपए ले लिए. पुलिस ने इस मामले में सूदखोर विनोद टाटीकर उम्र 59 वर्ष व उनके बेटे लकी 23 वर्ष के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर हिरासत मेें लेकर जांच शुरु कर दी है.
1.70 लाख देकर वसूले 6.50 लाख रुपए-
इसी तरह पुल नम्बर एक के समीप कृष्णा भोजनालय के संचालक विनोद टाटीकर व उनके बेटे लकी से रेलवे केंटीन से रिटायर्ड राजेश राजपूत निवासी श्यामला हिल्स कालोनी गढ़ा ने एक लाख 70 हजार रुपए ब्याज पर लिए. जिसे डेढ़ लाख रुपए वापस भी किए, लेकिन वह पांच लाख रुपए की मांग करता रहा, यहां तक कि सूदखोर पिता व पुत्र ने चैक बैंक में लगा दिए जो बाउंस हो गए तो मामला न्यायालय में लगा दिया, इस तरह से परेशान करते हुए सूदखोर पिता व पुत्र ने 6 लाख 50 हजार रुपए ले लिए. गढ़ा पुलिस ने सूदखोर विनोद टाटीकर व उसके बेटे लकी के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया.
सूदखोर ने हड़प लिए लाखों रुपए के जेवर-
कटंगी के कं चनपुर में रहने वाले अभिषेक जैन उम्र 31 वर्ष ने अपने पिता की तबियत खराब होने पर 17 अक्टूबर 2017 में सूदखोर संजय जैन उर्फ पप्पू के पास 75 ग्राम सोने के जेवर रखकर 1 लाख 20 हजार रुपए सवा प्रतिशत ब्याज पर लिए थे. अभिषेक ब्याज सहित मूल रकम देने के लिए तैयार है लेकिन सूदखोर संजय जैन जेवर वापस करने के लिए तैयार नहीं है. पुलिस ने संजय जैन के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जांच शुरु कर दी है.

