जबलपुर/ वाराणसी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र काशी और अपने गृह राज्य गुजरात के केवडिय़ा को 16 जनवरी को बड़ा तोहफा देंगे. पर्यटन उद्योग बढ़ाने को लेकर बेहद गंभीर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काशी और केवडिय़ा को जोडऩे वाली ट्रेन का शुभारंभ करेंगे.

पीएम मोदी नई दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे. इस ट्रेन के शुरू होने से न सिर्फ वाराणसी बल्कि यूपी-एमपी के लोगों के लिए केवडिय़ा जाना आसान होगा. देश की सबसे ऊंची मूर्ति स्टैचू ऑफ यूनिटी यहीं पर है.  माना जा रहा है कि यह ट्रेन वाराणसी से चलकर प्रयागराज, सतना, कटनी, जबलपुर होकर चलेगी. इसका फाइनल टाइम टेबिल अगले कुछ दिनों में सामने आ जायेगा.

वाराणसी से केवडिय़ा के लिए प्रस्तावित ट्रेन का एलएचबी रैक गुरुवार को कपूरथला से वाराणसी के कैंट स्टेशन पहुंच गया. वाशिंग लाइन में खड़े रैक की बोगियों में आवश्यकता के अनुरूप अनुरक्षण कार्य हुआ. पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र तथा देवाधिदेव महादेव के धाम वाराणसी को विश्व पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए केंद्र व राज्य सरकार की ओर से निरंतर प्रयास चल रहे हैं.

इस क्रम में वाराणसी को स्टैचू ऑफ यूनिटी यानी गुजरात से जोडऩे के लिए रेलवे नई ट्रेन संचालित करेगा. गंगा नदी से नर्मदा नदी को जोडऩे के लिए चलाई जा रही ट्रेन को स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए वाराणसी कैंट स्टेशन से हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. 

16 जनवरी को रवाना होने वाली इस ट्रेन की समय सारिणी भी शीघ्र ही घोषित की जाएगी. नई ट्रेन के संचालित हो जाने के बाद सैलानियों को गुजरात से काशी तक का सफर और आसान हो जाएगा. काशी आने वाले सैलानी अयोध्या और प्रयागराज भी जा सकेंगे.

गुजरात में नर्मदा नदी के किनारे ही सरदार सरोवर बांध के निकट स्टैचू ऑफ यूनिटी का निर्माण किया गया है. स्टैचू ऑफ यूनिटी के साथ केवडिय़ा क्षेत्र को दुनिया के नक्शे पर लाने के लिए तमाम योजनाएं धरातल पर उतारी जा रही हैं. इनमें वाराणसी से केवडिय़ा तक की यह नई ट्रेन संचालित करना भी शामिल है. 

वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह जनपद केवडिय़ा तक के लिए अब चलने वाली स्पेशल ट्रेन दुनिया की सबसे बड़ी स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर्यटकों के आकर्षण के केंद्र की रौनक साबित होगी. वाराणसी में दुनिया भर के यात्री अब आने लगे हैं, लिहाजा रेलवे ने यहां से केवडिय़ा तक लोगों को ले जाने की मुहिम छेड़ दी है.