नई दिल्ली. देश में कोरोना वैक्सीन का डिस्ट्रीब्यूशन का काम देश में शुरू हो चुका है और कई बड़े शहरों में कोविशील्ड वैक्सीन पहुंचाई जा चुकी है और इसके साथ ही पोलियो टीकाकरण भी 17 जनवरी को होने वाला था, लेकिन अब केंद्र सरकार ने 17 जनवरी को होने वाले पोलियो टीकाकरण अभियान को स्थगित कर दिया है.

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया कि अप्रत्याशित गतिविधियों के कारण 17 जनवरी 2021 से शुरू होने वाले पोलियो टीकाकरण दिवस को अस्थाई रूप से रद्द कर दिया गया है. जल्द ही इसके बारे में आगे की सूचना भी दी जाएगी.

25 साल में पहली बार आगे बड़ा पोलिया अभियान

गौरतलब है कि 16 जनवरी से देश भर में कोरोना वैक्सीन की खुराक देने की शुरुआत की जा रही है. पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों और अन्य कोरोना वालंटियर्स को कोरोना वैक्सीन की खुराक दी जाएगी. पोलिया अभियान को स्थगित करने का सरकार ने स्पष्ट कारण नहीं बताया है, लेकिन माना जा रहा है कि कोरोना वायरस की गंभीरता को देखते हुए केंद्र सरकार ने ये फैसला लिया है.

भारत में हर वर्ष लाखों बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जाती है. यही कारण है देश को पोलियो से पूरी तरह से मुक्ति मिल गई है. बीते 25 साल में ऐसा पहली बार हुआ है कि पल्स पोलियो अभियान को आगे बढ़ाया गया है.

फ्रंट लाइन वर्कर्स को लगेगी कोरोना वैक्सीन

विश्व के सबसे बड़े कोरोना टीकाकरण अभियान के तहत पहले चरण में सबसे पहले फ्रंट लाइन वर्कर्स को कोरोना का वैक्सीन लगेगी. इन्हें वैक्सीन लगने के बाद सफाईकर्मियों, पुलिसकर्मियों, सुरक्षाकर्मियों, सुरक्षा बल के जवानों को कोरोना का टीका लाया जाएगा. इसके बाद दूसरे चरण में 50 वर्ष से ऊपर के बुजुर्ग लोगों को वैक्सीन दी जाएगी.
गौरतलब है कि हाल ही में कोरोना टीकाकरण को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा की थी.

तब प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि भारत में कोरोना टीकाकरण अभियान दुनिया का सबसे बड़ा अभियान है, लेकिन इसके साथ-साथ अन्य वैक्सीनेशन का काम भी साथ में चलेगा, लेकिन आखिरी वक्त में पल्स पोलिया अभियान को स्थगित कर दिया गया है.