टाइप-2 डायबिटीज में मरीज के शरीर में ब्लड शुगर का लेवल इतना ज्यादा हो जाता है कि इसे नियंत्रित करने मुश्किल होता है. ऐसे में इसका असर दिल पर पड़ने लगता है और इससे संबंधित बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. इसमें शरीर में इंसुलिन  बनना भी कम हो जाता है. इसके लक्षण भी जल्‍दी नजर नहीं आते. हालांकि टाइप 2 डायबिटीज का अभी तक कोई पुख्‍ता इलाज नहीं खोजा जा सका है, लेकिन अपने लाइफस्‍टाइल और खाने पीने की आदतों में बदलाव करके इसे बेहतर जीवन गुजार सकते हैं. ऐसे में जरूरी है कि डायबिटीज के लक्षणों की जानकारी हो, क्‍योंकि अगर इसके शुरुआती लक्षण पता चल गए तो इसे शुरुआत में ही नियंत्रित किया जा सकता है.

इसको शरीर में आने वाले कुछ बदलावों के जरिये समझा जा सकता है. ऐसे में शरीर में इसके कुछ लक्षण दिखाई दे सकते हैं. ओनली माय हेल्‍थ की एक रिपोर्ट के मुताबिक इसका एक अहम लक्षण यह हो सकता है कि मुंह सूखा हुआ महसूस हो और मुंह से बदबू भी आए. कई बार मुंह से बदबू आने का कारण दांतों का ठीक से साफ न किया जाना या अन्‍य कोई कारण भी हो सकता है, लेकिन कई बार यह टाइप 2 डायबिटीज का संकेत भी हो सकता है, इसलिए इसे हल्‍के में नहीं लिया जाना चाहिए.

अगर आपको अपने शरीर में पहले की तरह फुर्ती नजर नहीं आती और थकान और आलस महसूस होता है, तो यह भी इसका लक्षण हो सकता है. इसके अलावा टाइप 2 डायबिटीज में शरीर का वजन कम होने लगता है और आप जो खाते हैं उसका असर भी शरीर पर नजर नहीं आता. इसके अलावा आंखों में धुंधलापन नजर आए या अन्‍य कोई समस्‍या हो तो डॉक्‍टर से जरूर संपर्क करें. साथ ही इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें और अपना ब्‍लड शुगर जरूर चेक कराते रहें.