बीजिंग. कोरोना वायरस की उत्पत्ति से जुड़े साक्ष्य इकठ्ठा करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के 10 लोगों की टीम गुरुवार को चीन पहुंच गयी है. इस दल पर जिम्मेदारी है कि वुहान मार्केट या लैब से कोरोना वायरस की उत्पत्ति के ठोस सबूत जुटाए.

पहले चीन डब्ल्यूएचओ की टीम को एंट्री देने में आनाकानी कर रहा था, लेकिन वैश्विक दबाव के बाद वह जांच के लिए तैयार हो गया. उधर चीन के कई प्रान्तों में फिर से कोरोना वायरस के नए मामले सामने आने के बाद लॉकडाउन की घोषणा कर दी गयी है.

चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने कहा कि 12 जनवरी को कई महीनों बाद वहां संक्रमण के 100 से ज्यादा नए मामले सामने आए. इन 115 मामलों में से 107 स्थानीय स्तर पर संक्रमण के हैं, बाकी बाहर से आए लोगों से जुड़े हैं.

आयोग ने कहा कि 90 मामले हेबेई प्रांत, 16 मामले हेईलोंग जियांग राज्य और एक शांग्सी प्रांत में सामने आए. अगस्त के बाद से चीन में एक दिन में 100 से ज्यादा मामले नहीं देखे गए थे. चीन पर पिछले साल से कोरोना फैलाने का आरोप लग रहा है.

अमेरिका ने तो यह भी दावा किया कि वायरस उसकी लैब में विकसित हुआ है, जिससे पूरी दुनिया संकट का सामना कर रही है. चीन में मंगलवार तक संक्रमण के 87,706 मामले थे, वहीं 4,634 लोगों की संक्रमण से मौत हो गई है.