भोपाल. एमपी में जहरीली शराब से मौतों का सिलसिला थम नहीं रहा है. जहरीली शराब पीने के बाद गुरुवार को तीन और लोगों ने दम तोड़ दिया है. जिसके बाद प्रदेश में चार दिन में जहरीली शराब पीकर मरने वालों संख्या 24 पर पहुंच गई है. जिन लोगों ने गुरुवार की सुबह दम तोड़ा है, वे बुधवार की शाम को खेतों में लावारिस पड़ी जहरीली शराब को पी लिया.

रात में ही उनकी तबीयत बिगड़ी और सुबह मुरैना जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया. प्रदेश में तीन दिन से जहरीली शराब के कारण मौतों का सिलसिला चल रहा है, लेकिन पुलिस और प्रशासन ने खेत, खलिहान और तालाबों में छिपाकर रखी गई शराब को नहीं ढूंढा. यही वजह है कि तीन और ग्रामीणों की जहरीली शराब पीने से मौत हो गई.

वहीं पुलिस ने गुरुवार को दबिश देकर तालाब से भारी मात्रा में अवैध शराब और ओपी जब्त की. मालूम हो कि 22 लोग अभी भी मुरैना और ग्वालियर के अस्पतालों में भर्ती हैं. इनमें आठ मुरैना जिला अस्पताल और 14 ग्वालियर के जेएएच में भर्ती हैं.

जानकारी के अनुसार छैरा निवासी रमेश पुत्र चिलाई बाल्मीकि बुधवार की शाम को गांव के नजदीक खेत में गया था. इसी दौरान यहां इसे देशी शराब पड़ी मिली, जिसे संभवत: शराब माफिया ने छिपा दिया था. रमेश मुफ्त में मिली इस जहरीली शराब को लेकर घर आ गया, जहां जैतपुर वाह उत्तरप्रदेश में रहने वाला उसका रिश्तेदार कैलाश पुत्र रामसहाय वाल्मीकि भी आया हुआ था. दोनों ने इस जहरीली शराब पीकर पार्टी की.

इधर छैरा गांव में ही रहने वाला पंजाब सिंह पुत्र किशनचंद्र किरार भी खेत में पड़ी अवैध शराब उठाकर पी गया. देर रात जब तीनों की तबियत बिगड़ी तो इन्हें अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया. उधर, छैरा-मानपुर गांव में अवैध जहरीली शराब पीने वाले ऐसे लोग, जो डर की वजह से सामने नहीं आ रहे हैं, उनकी जांच के लिए गांव में डॉक्टर्स की टीम भेजी गई. इस टीम ने कई लोगों का चेकअप किया. अफसरों ने ग्रामीणों से अपील भी की है कि वे नि:संकोच होकर अपना चेकअप कराएं, ताकि उनका समय पर इलाज किया जा सके.