वाशिंगटन. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जाते-जाते चीन को तगड़ा प्रहार किया है. अमेरिका के रक्षा विभाग ने गुरुवार को नौ और चीनी कंपनियों को ब्लैक लिस्ट कर दिया, जिसमें फोन निर्माता शाओमी भी शामिल है, जिस पर आरोप है कि इसे चीन की सेना संभाल रही है. 

रक्षा विभाग ने जून 2020 में सूचित किया था कि आम लोगों के द्वारा इस्तेमाल होने वाली ये कंपनियां चीनी सेना हैंडिल कर रही है. जहां दिसंबर 2020 में ब्लैक लिस्ट की सूची में और कंपनियों को जोड़ा गया. अब गुरुवार को नई ब्लैकलिस्ट लिस्ट के साथ बताया गया कि 40 से अधिक कंपनियां हैं, जिन्हें काली सूची में डाल दिया गया है.

पिछले साल नवंबर में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए थे, जिसने अमेरिकियों को ब्लैक लिस्टेड फर्मों में निवेश करने से रोक दिया था. इसके अलावा, शाओमी कॉर्पोरेशन के अलावा, जिन अतिरिक्त फर्मों को ब्लैकलिस्ट किया गया है, उनमें एडवांस्ड माइक्रो-फेब्रिकेशन इक्विपमेंट इंक, लुओकॉन्ग टेक्नोलॉजी कॉर्पोरेशन, बीजिंग झोंगगुंगुन डेवलपमेंट इन्वेस्टमेंट सेंटर, गोविन सेमीकंडक्टर कॉर्प, ग्रांड चीन एयर कंपनी, ग्लोबल टोन कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी, चाइना नेशनल एविएशन होल्डिंग कंपनी लिमिटेड और कमर्शियल एयरक्राफ्ट कॉर्पोरेशन ऑफ चाइना शामिल हैं.

रक्षा विभाग ने कहा कि विभाग पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना सैन्य-नागरिक संलयन विकास रणनीति को उजागर करने और उसका मुकाबला करने के लिए दृढ़ संकल्पित है, जो उन्नत तकनीकों और विशेषज्ञता तक पहुंच सुनिश्चित करके और यहां तक कि विकसित करने के लिए पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के आधुनिकीकरण लक्ष्यों का समर्थन करता है.