जबलपुर. कैरिज वैगन व एसीटीएल विभाग में कार्यरत कर्मचारी वर्तमान में अफसरशाही व तानाशाही से  त्रस्त हैं. लम्बे समय से हो रही समस्याओं का समाधान ना किये जाने के कारण आज शुक्रवार 15 जनवरी 2021 को प्रशासन के खिलाफ उनका आक्रोष फूट पड़ा. वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे एम्पलाईज यूनियन (डबलूसीआरईयू) के तत्वावधान में सैंकड़ो कर्मचारी एक दिवसीय धरने पर कोचिंग डिपो में बैठे.

इस मौके पर यूनियन ने चेतावनी दी कि प्रशासन कर्मचारियों को खतरे में डालकर कार्य लेना तत्काल बंद करें, अन्यथा यूनियन आर-पार का संघर्ष करने बाध्य होगी.

यूनियन के मंडल सचिव का. नवीन लिटोरिया ने बताया कि एसीटीएल विभाग में बिना किसी लिखित आदेश के दबाव डालकर असुरक्षित कार्य कराया जा रहा है. जो कि अनुचित है. दबाव बनाकर मैकेनिक के स्थान पर हेल्पर को गाड़ी में भेजा जा रहा है, जो कि सुरक्षित रेल संचालन के लिए ठीक नहीं है. इसे बंद किया जाये.

इस मौके पर मंडल अध्यक्ष का. बी.एन.शुक्ला ने कहा कि रेल प्रशासन ने समस्याओं के समाधान के लिये एक माह का समय दिया है. यदि समय सीमा के भीतर समाधान नहीं होता है तो मंडल रेल प्रंबंधक कार्यालय के समक्ष तीव्र आंदोलन छेड़ा जायेगा. धरने में मुख्य रूप से जरनैल सिंह, रोमेष मिश्रा, प्रहलाद सिंह, सोमनाथ, कमलेश, रमेश, राजिक, चॉदनी, जितेन्द्र, तारा, सहित सैकड़ों कर्मचारी उपस्थित रहे.

कर्मचारियों की प्रमुख समस्यायें यह हैं

- एलएचबी रैक चलने के बाद से स्टाफ की निरंतर मॉंग की जा रही है, परन्तु गाडिय़ों के हिसाब से एसीटीएल विभाग मे स्टाफ नहीं दिया जा रहा है. यार्ड स्टिक के अनुसार स्टाफ उपलब्ध कराया जाये.

- वाशिंग  एप्रान पिट नं. 03 के बाजू में 18 कोच के बाद पिट निर्माण न होने के कारण 24 कोच की मरम्मत के दौरान कर्मचारी चोटिल हो रहा है. 24 कोचों तक कांकीट एप्रोन बनाया जाये .  

- कै.वै विभाग में काफी समय से पदोन्नतियां नहीं हो रही हैं. लम्बित प्रमोशन लिस्ट शीघ्र निकाली जाये.

- लोको पिट क्रमांक 4, 5 एवं 6 में पाथवे का निर्माण शीघ्र कराया जाये, ताकि सामान लाने ले जाने मे हो रही कठिनाई दूर हो सके.

- ट्रांसफर पोस्टिंग मे चल रही गलत नीतियों व चहेतों को आउट ऑफ टर्न ट्रांसफर व पोस्टिंग करना बंद किया जाए.

- हेल्पर व कम अनुभवी कर्मचारियों को गाड़ी परीक्षण में लगाया जा रहा है व वरिष्ठ टेक्नी व टेक्नी से आफिस कार्य करवाया जा रहा है. इस पर रोक लगायी जाये.

- टेक्नी संवर्ग को रेन कोट दिया गया है, किन्तु हेल्परों को नहीं. हेल्परों को भी रेन कोट शीघ्र प्रदान किया जाये.