नजरिया. कुछ समय से हर मुद्दे पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार को घेरा जा रहा है और उन पर निशाना साधा जा रहा है.

नतीजा यह है कि अब नीतीश कुमार भी ऐसे सियासी हमलों से नाराज होने लगे हैं और खुलेआम आक्रोश भी व्यक्त कर रहे हैं.

याद रहे, बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान भी सीएम नीतीश कुमार की सभाओं में विरोध प्रदर्शन हुआ था, तो वे नाराज हो गए थे और उन्होंने लोगों को लालू राज की याद दिलाई थी.

यही नहीं, विधानसभा में तेजस्वी यादव के बयान पर भी गुस्सा हो गए थे नीतीश कुमार.

बिहार में इंडिगो स्टेशन मैनेजर रूपेश कुमार सिंह की हत्या को लेकर सीएम नीतीश ने शुक्रवार को कहा कि दोषियों को जल्द पकड़ा जाएगा. एक-एक चीज की जांच चल रही है. मुझे पुलिस पर पूरा भरोसा है. सीएम ने यह भी कहा कि बिहार अपराध के मामले में देश में 23वें नंबर पर है. जो अपराध करते हैं, उन्हें निश्चित रूप से पकड़ा जाता है.

जब पत्रकारों ने बिहार में अपराध से जुड़े मामलों को लेकर सीएम नीतीश से कई सवाल किए, तो उन्होंने उल्टे पत्रकारों से ही सवाल पूछ लिया कि- आप जंगलराज को भूल गए क्या?

दरअसल, नीतीश कुमार इस वक्त सियासी तौर पर चारों ओर से घिर गए है, विरोधी प्रत्यक्ष हमले कर रहे हैं, तो सहयोगी अप्रत्यक्ष उलझने पैदा कर रहे हैं और यही वजह है कि आजकल नीतीश कुमार को गुस्सा आने लगा है.

लेकिन, बड़ा सवाल अब भी यही है कि- क्या वाकई बिहार का नीतीश राज बेकार है?

इसका सही जवाब या तो कोई निष्पक्ष पाॅलिटिकल आब्जर्वर दे सकता है या फिर बिहार की जनता दे सकती है!

पीएम मोदी देश में आपातकाल जैसे हालात को समझ नहीं रहे हैं या समझना नहीं चाहते हैं?

https://www.palpalindia.com/2021/01/15/Delhi-PM-Modi-Emergency-country-Agricultural-Laws-Supreme-Court-Haryana-Kisan-Mahapanchayat-Foreign-Guest-Republic-Day-Corona-Vaccine-news-in-hindi-23288.html