पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर में क्राइम ब्रांच पुलिस की टीम ने ऐसे दो ठगों को गिरफ्तार किया है, जो असली नोट को नकली बताकर लोगों से लाखों रुपए हड़प लेते रहे, पकड़े गए दोनों ठगों ने सुरक्षा संस्थान कर्मी सहित अन्य लोगों को अपना शिकार बनाया है. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से चूरन वाले नकली नोट, सफेद कागज की गड्डियां, मोबाइल फोन, सील सहित अन्य सामान बरामद किया है. 

पुलिस के अनुसार सेन्ट्रल आर्डिनेंस डिपो (सीओडी) में कार्यरत कर्मचारी मनोहर वर्मा को उसका मित्र रोहणी जोसफ दो दिन पहले दीनदयाल बस स्टेंड ले गया, जहां पर राजेश शुक्ला निवासी कैलाशपुरी शंकर किराना स्टोर्स के पास गुप्तेश्वर हाथीताल कालोनी गोरखपुर से मिलवाया, राजेश ने 10, 20, 50 व 100 के नोट सफेद कागज में केमिकल में लगाकर गर्म पानी में धोए और सुखाकर दिखाए, मनोहर को नोट दिखाते हुए कहा कि ये सभी नकली नोट है जो असली की तरह बाजार में चलेगें, जबकि ये सारे नोट असली रहे, ठगी के जाल में फंसे मनोहर ने उक्त नोट बाजार में चलाए तो वे चल गए, जिसपर मनोहर को यकीन हो गया.

इसके बाद ठग राजेश शुक्ला ने मनोहर वर्मा को कहा कि सवा लाख रुपए के असली नोट लेकर आना और 6 लाख रुपए लेकर चले जाना, राजेश शुक्ला के कहे अनुसार बीती शाम 6 बजे के लगभग मनोहर वर्मा अपने साथी राजेश दुबे के साथ कालीमठ नर्मदा तट पर पहुंच गया, जहां पर ठग राजेश शुक्ला, राजेन्द्र गुप्ता मिल गए, दोनों ने यहां पर भी नकली नोट बनाकर दिखाए, इस बीच क्राइम ब्रांच की टीम पहुंच गई और घेराबंदी कर पकड़ लिया, पुलिस को देखते ही दोनों स्तब्ध रह गए, पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर नकली नोट बनाने का सामान बरामद कर लिया, पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से सौ के तीन असली नोट, 50, 20, 10 के चूरन वाले नोट की सात गड्डियां, कैमिकल बनाने का कटोरा, तीन मोबाइल फोन, 2 सील मिली है, जिसमें एक शासकीय पुष्पराज स्कूल के प्राचार्य की व दूसरी अटेस्टेड मिली है. 

पहले भी पकड़ा जा चुका है ठग-

पुलिस को यह भी जानकारी लगी है कि राजेश शुक्ला पहले भी नकली नोट बनाते हुए बरगी थाना क्षेत्र में पकड़ा जा चुका है, राजेश ने अपने साथी राजेन्द्र गुप्ता के साथ मिलकर शहर में और भी जगह इस तरह से ठगी की वारदातों को अंजाम दिया है.