पलपल संवाददाता, भोपाल. मध्यप्रदेश में शराब की नई दुकानों को खोलने  के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के बयान के बाद सियासी सरगर्मी तेज हो गई है, कांग्रेस ने प्रदेश सरकार पर हमला किया तो पूर्व सीएम उमा भारती भी पीछे नहीं है, उन्होने सोशल मीडिया पर लिखा. थोड़े से राजस्व के लालच और माफिया का दबाव शराब बंदी नहीं होने देता. 

पूर्व सीएम उमा भारती ने सोशल मीडिया पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से अपील की है कि मैं सार्वजनिक अपील करती हूं कि भाजपा शासित राज्यों में शराब बंदी की तैयारी की जाए. उन्होने कहा कि बिहार में शराबबंदी को लेकर भाजपा की जीत यह साबित करती है कि शराबबंदी के कारण ही महिलाओं ने एकतरफा वोट नीतीश कुमार को दिया है, उन्होने यहा तक कहा कि देखा जाए तो सरकारी व्यवस्था ही लोगों को शराब पिलाने का प्रबंध करती है.

जैसे मां की जिम्मेदारी अपने बालक का पोषण करते हुए उसकी रक्षा करने की होती है और वही मां अगर बच्चे को जहर पिला दे, तो सरकारी तंत्र द्वारा शराब की दुकानें खोलना ऐसे ही है.

उमा भारती ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आभार माना है क्योंकि उन्होंने कहा है कि एमपी में शराब दुकानें बढ़ाने के बारे में सरकार ने अभी निर्णय नहीं लिया है. बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कहा था कि पहला कदम है शराब माफिया को दफन करना है. अभी तो माफिया के खिलाफ अभियान चल रहा है.