जबलपुर. मध्य प्रदेश के जबलपुर में पुलिस ने एक ऐसे फर्जी बैंक का भंडाफोड़ किया है, जो पिछले ढाई साल से नियम विरुद्ध शहर के व्यस्ततम क्षेत्र से संचालित हो रहा था. इस बैंक में लोगों को 18 फीसदी ब्याज पर लोन दिया जाता था, समय पर किश्त नहीं चुकाने पर 50 रुपए डेली सरचार्ज भी वसूल किया जाता था. पुलिस ने इस फर्जीवाड़े में लिप्त 5 लोगों को गिरफ्तार किया है.

संजीवनी नगर क्षेत्र के गंगानगर में ठगी का बैंक खुला था. ढाई साल से बैंक का डायरेक्टर और उसके कर्मी सूदखोरों की तर्ज पर लोन लेने वालों का शोषण कर रहे थे. बैंक में अधिक ब्याज देने का लालच देकर आरडी और फिक्स रकम भी जमा कराते, लेकिन लोन देने पर जोर अधिक रहता था. आठ से 10 हजार रुपए का लोन देकर यह 12 से 18 प्रतिशत तक ब्याज वसूलते थे.

प्रारंभिक जांच में 400 लोगों से ठगी की जानकारी सामने आई है. प्रारंभिक छानबीन में सामने आया है, सरगना गणेश सिंह गुजरात में सहारा इंडिया बैंक में ब्रांच मैनेजर रह चुका है. वहां की नौकरी छोड़कर उसने खुद का बैंक खोल लिया था.

पुलिस के मुताबिक गंगानगर सदानंद सोसायटी निवासी गणेश सिंह राजपूत (47) वर्ष 2018 में घर में ही स्ट्रीम लाइन नवनिधि लिमिटेड नाम से बैंक संचालित कर रहा था.

इसकी अनुमति या लाइसेंस नहीं लिया गया था. बैंक में अनिकेत श्रीवास्तव, सूरज सोंधिया, गायत्री चंदेल, ममता ठाकुर और प्रीति पुरोहित को बतौर कर्मचारी भी रखा था. फर्जी बैंक में आरडी, एफडी, बचत खाता खुलवाने, लोन देने का काम होता था. गणेश इन कर्मचारियों को पांच से 10 हजार रुपए वेतन भी देता था. वहीं, एजेंट के तौर पर बैंक से जुडऩे वालों को कमीशन देता था.

आरडी व एफडी के नाम पर पैसे जमा कराए, नहीं लौटाए

फर्जी बैंक का भंडाफोड़ भूकंप कॉलोनी परसवाड़ा निवासी अंजना गुप्ता की शिकायत से हुई. अंजना ने संजीवनी नगर थाने में गुरुवार को शिकायत दर्ज कराई थी. अंजना गुप्ता के मुताबिक आरोपी गणेश ने उसे जॉब देने के नाम पर बैंक से जोड़ा था, लेकिन एजेंट के तौर पर ही काम लेता रहा. अंजना ने बैंक में सुनीता विश्वकर्मा, आरती, सुशीला, ज्योति, रुकमणि, ज्योति नामदेव, रेखा सोनी, मीना चांदवानी की 50 से लेकर 200 रुपए महीने की आरडी खुलवाई थी. वहीं, अपने बेटे के नाम पर भी एक हजार की आरडी खुलवाई थी. सभी लोगों का बैंक में खाता भी खुला था. इन महिलाओं में से कुछ ने लोन भी लिया था. लोन की राशि जमा नहीं होने पर भी वह 50 रुपए प्रतिदिन की पेनाल्टी वसूलता था. अंजना के मुताबिक उसने बेटे की आरडी का पैसा पूरा होने पर मांगा, तो बैंक संचालक समेत कर्मियों ने नहीं दिया.

किसी का पैसा नहीं लौटाया

बैंक के आकर्षक ब्याज के लालच में कई लोगों ने एफडी व आरडी कराई है, पर आज तक किसी का पैसा नहीं लौटाया. अंजना के मुताबिक गणेश ने ढाई साल में न तो उसे जॉब लेटर दिया और न ही सैलरी दी. बेटे के नाम पर जमा आरडी की रकम भी लौटाने से मना कर दिया. शिकायत पर शुक्रवार को संजीवनी नगर पुलिस ने गणेश समेत बैंक से जुड़े सभी कर्मियों के खिलाफ धारा 420, 406 भादवि और 3(1), 4, 6(1) मप्र निक्षेपकों के हितों का संरक्षण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया है. नसंजीवनी नगर टीआई भूमेश्वरी चौहान के मुताबिक मामले में सरगना गणेश सिंह राजपूत समेत अनिकेत श्रीवास्तव, सूरज सोंधिया, गायत्री चंदेल, ममता ठाकुर और प्रीति पुरोहित को गिरफ्तार कर लिया, जबकि फरार ममता ठाकुर की तलाश जारी है. पुलिस ने आरोपी के फर्जी बैंक से दस्तावेज जब्त किए हैं. मुख्य सरगना को पुलिस रिमांड पर लेकर मामले में पूछताछ की जाएगी.