जयपुर. जयपुर के आरयूएचएस हॉस्पिटल के कोरोना वार्ड में भर्ती आयकर विभाग के एक अफसर ने खुदकुशी कर ली. अफसर ने हॉस्पिटल की छठवीं मंजिल में बने वार्ड में बेडशीट से फंदा लगाकर जान दी. सोमवार सुबह हॉस्पिटल के सुरक्षा गार्ड ने आयकर अफसर को फंदे पर लटका देखा. इसके बाद आरयूएचएस प्रबंधन और प्रताप नगर थाना पुलिस को सूचना दी.\r\nसुसाइड करने वाले विनय कुमार मंगला (45) को 5 साल पहले सीबीआई ने एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए झालावाड़ में पकड़ा था. इसी मामले में 22 जनवरी को कोर्ट में सुनवाई थी, जिसके बाद कोर्ट ने उन्हें 5 साल और 5 लाख के जुर्माने की सजा सुनाई थी. जेल ले जाने से पहले विनय मंगला को कोरोना जांच के लिए आरयूएचएस हॉस्पिटल लाया गया था. उसकी रिपोर्ट आज आनी थी.\r\n\r\nवार्ड में अकेले भर्ती थे आयकर अफसर\r\n\r\nविनय कुमार मंगला को हॉस्पिटल में 6वीं मंजिल पर कैदियों के लिए बनाए एक वार्ड में रखा गया था. बताया जा रहा है कि इस वार्ड में वे अकेले थे. सुबह करीब 4 बजे तक सिक्यूरिटी गार्ड ने राउंड के दौरान विजय कुमार को अपने बेड पर देखा था. इसके बाद जब वह दोबारा आया तब वे पंखे के कड़े से फंदे पर लटकते हुए नजर आए. पुलिस ने बताया कि विनय कुमार मंगला कोटा में श्रीनाथपुरम के रहने वाले थे. मामला न्यायिक हिरासत में मौत से जुड़ा होने पर एसडीएम और अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे. पुलिस ने परिजनों को सूचना दे दी है. मौके पर कार्रवाई के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी पहुंचाया गया.\r\n\r\n5 साल पहले सीबीआई ने पकड़ा था\r\n\r\nशुरुआती जानकारी में सामने आया कि सीबीआई ने झालावाड़ में जिला आयकर अधिकारी रहे विनय कुमार मंगला को पेट्रोल पंप मालिक से एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए 31 दिसंबर 2016 को गिरफ्तार किया था. परिवादी के पेट्रोल पंप की 2014-15 की आयकर डिमांड नहीं निकालने के एवज में मंगला ने रिश्वत मांगी थी.