पीलीभीत. उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में खेत में गन्ना छिलाई करते वक्त सामने आए बाघ ने एक बुजुर्ग मजदूर को अपना निवाला बना लिया और शिकार करने के बाद बाघ गन्ने के ही खेत में जाकर छिप गया. हमले के बक्त किसान ने  बाघ से  अपनी जान बचाने के लिए मृतक मजदूर ने काफी संघर्ष किया, लेकिन उसके बाबजूद भी वह अपनी जान नहीं बचा पाया, हमले को सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसान के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है. घटना थाना हाजरा क्षेत्र के गांव नरोसा की है.

नार्थ खीरी वन प्रभाग के अंतर्गत आने बाले  हजारा क्षेत्र में  भी बाघ ने अपनी आमद दर्ज कराई है. हजारा के गाँव नहरोसा में इकराम पुत्र हाशिम  कासिम उर्फ कल्लू (55) पुत्र अनवर शाह निवासी मैलानी रेलवे फाटक लखीमपुर कार्य करता है. पास में ही यहां गन्ने के खेत में छिलाई काम हो रहा था. वहां दर्जनों मजदूर काम कर रहे थे. इसी दौरान गन्ने के अंदर से बाघ अचानक सामने आ गया. शोर शराबे के बीच साथ में ही काम कर रहे कल्लू और हसीबुददीन वहां से भागने लगे, पर इसी दौरान कल्लू का पैर पतेल पर पडऩे से वह फिसल कर वहीं गिर गया और बाघ ने कल्लू को हमला कर अपनी गिरफ्त में ले लिया. बाघ से बचने के लिए छटपटाते हुए कल्लू ने काफी संघर्ष किया, पर वह शिकंजे से बाहर नहीं आ सका. इसके बाद बाघ कल्लू के शव को लेकर जाने लगा तो पीछे जुटे साथी मजदूरों ने ट्रैक्टर से लामबंद होकर शोर शराबा करते हुए लाश को बाघ के कब्जे से छुड़ाया. अफरातफरी व शोर शराबे के बीच बाघ गन्ने के खेत में जाकर छिप गया.