प्रदीप द्विवेदी. गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला का कहना है कि- लाल किला बेचने वाले लाल किले पर तिरंगे के नीचे लहराए गए झंडों को अपमान बता रहा है, जो गलत है. आंदोलनों को बदनाम करने के लिए अपने लोगों को घुसा के भड़काना और हिंसा फैलाना यह भाजपा का मॉडल है. पुलिस और किसान, सरकार के षडयंत्र के साथी या शिकार ना बने.
उनका यह भी कहना है कि- गुजरात में भी पाटीदार आंदोलन के समय सरकार ने उकसाने की और बदनाम करने की कोशिश की थी.
पीएम नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए वाघेला ने ट्वीट किया- विदेशी मामलों में बोल बच्चन करने वाले प्रधानमंत्री देश के मामलों में हमेशा चुप क्यों रहते है?
वॉशिंगटन में हिंसा हुई, झट से प्रधानमंत्री ने ट्वीट की और यहां, दिल्ली में हिंसा भड़काई गई फिर भी चुप?
आंदोलन में अब तक 150 के करीब किसान शहीद हो गए फिर भी चुप?
एक ट्वीट जिसमें पीएम मोदी, सिंधु के साथ नजर आ रहे हैं, को वाघेला ने रीट्वीट भी किया जिसमें कहा गया है कि- प्रधानमंत्री के साथ दिख रहे दीप सिंधु भाजपा के करीबी हैं और पिछली लोकसभा चुनाव में गुरदासपुर सीट पर भाजपा के चुनाव मैनेजर थे.
क्यों इन्होंने किसान संगठनों द्वारा निर्धारित किए गए रास्तों से अलग जाकर लाल किले पहुंचे?
क्या भाजपा के इशारे पर वो वहां गए थे?
वाघेला ने कुछ फोटो शेयर करते हुए लिखा- BJP and their Fake Nationalism!
https://twitter.com/ShankersinhBapu