औरंगाबाद. 18 साल पहले अपने पति के रिश्तेदारों से मिलने के लिए पाकिस्तान गईं 65 वर्षीय हसीना बेगम  अब भारत लौट पाई हैं. वहां पासपोर्ट खो जाने के बाद हसीना बेगम 18 साल तक लाहौर की जेल में बंद थीं. औरंगाबाद पुलिस ने इस मामले पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी जिसके बाद वह मंगलवार को भारत लौट आईं. यहां लौटने पर उनके रिश्तेदारों और औरंगाबाद पुलिस अधिकारियों ने हसीना बेगम का स्वागत किया.

भारत आने पर बेगम ने कहा, \'मैं काफी मुश्किलों से गुजरी और अपने देश लौटने के बाद मुझे शांति का अहसास हो रहा है. मुझे लग रहा है जैसे मैं स्वर्ग में हूं. मुझे पाकिस्तान में जबरदस्ती कैद कर लिया गया था.\' उन्होंने कहा, \'मैं रिपोर्ट दर्ज करने के लिए औरंगाबाद पुलिस को धन्यवाद देना चाहती हूं.\'

बेगम के एक रिश्तेदार ख्वाजा जैनुद्दीन चिश्ती ने औरंगाबाद पुलिस को भी उनको देश वापस लाने में मदद के लिए धन्यवाद दिया. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, औरंगाबाद के सिटी चौक थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले राशिदपुर निवासी बेगम की शादी यूपी स्थित सहारनपुर निवासी दिलशाद अहमद से हुई. बेगम ने पाकिस्तान में अदालत से आग्रह किया कि वह निर्दोष है जिसके बाद अदालत ने मामले में जानकारी मांगी. औरंगाबाद पुलिस ने पाकिस्तान को सूचना भेजी कि बेगम के नाम पर औरंगाबाद में सिटी चौक थानान्तर्गत एक घर रजिस्टर्ड है. जिसके बाद पाकिस्तान ने पिछले हफ्ते बेगम को रिहा कर दिया और उसे भारतीय अधिकारियों को सौंप दिया.