कोटा. हिन्द मजदूर सभा से संलग्न राजस्थान आंगनबाड़ी महिला कर्मचारी संघ के नेतृत्व में जिलाधीश कार्यालय पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं, आशा सहयोगिनियों, मिनी केन्द्र कार्यकर्ता एवं ग्रामीण साथियों की 15 सूत्रीय मांगों का तत्काल समाधान करवाने के संबंध में विशाल धरना का आयोजन किया गया. इस मौके पर हिंद मजदूर सभा राजस्थान प्रदेश के महामंत्री का. मुकेेश गालव ने कहा कि राज्य कर्मचारियों की तरह ही आंगनबाड़ी कर्मचारियों को वेतन, भत्ते दिये जाएं.

यूनियन की प्रदेशाध्यक्ष शाहिदा खान ने बताया कि राजस्थान आंगनबाड़ी महिला कर्मचारी संघ राजस्थान प्रदेश में बाल विकास विभाग में कार्यरत समस्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाओं, आशा सहयोगिनियों एवं ग्रामीण साथिनों की ज्वलंत समस्याओं के तत्काल निराकरण हेतु एकदिवसीय धरने का आयोजन किया गया.

विशाल धरने को हिन्द मजदूर सभा राजस्थान प्रदेश के महामंत्री कॉमरेड मुकेश गालव ने संबोधित करते हुये बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं, आशा सहयोगिनियों, मिनी केन्द्र कार्यकर्ता एवं ग्रामीण साथिनों को नियमित कर राज्य कर्मचारी घोषित किया जावे और मेडीकल अवकाश दिया जाये एवं राज्य कर्मचारी की भांति सभी त्यौहारों की छुट्टी दी जाये, अन्य कर्मचारियों की तरह निर्धारित वेतन के आधार पर नियमित होने पर मिनिमम वेतनमान 21000 दिया जाये, महिला प्रर्यवेक्षक के पदों को भरने के लिये आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को बिना किसी परीक्षा के अनुभव के आधार पर एवं बिना किसी आयु सीमाकी बाध्यता के पदों को तुरन्त भरा जाये, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा सहयोगिनियों को योग्यता एवं अनुभव के आधार पर प्राईमरी स्कूलों में नियुक्ति दी जावे, आशा सुपरवाईजरों में चयन हेतु आशा सहयोगिनी को प्राथमिकता दी जाये और 2 वर्ष का अनुभव होने पर एएनएम के पद पर नियुक्ति दी जाये एवं आशा सहयोगिनियों को दिल्ली सरकार से जोड़ा जाये, आशा सहयोगिनियों को महिला एवं बाल विकास विभाग की तरह एकमुश्त मानदेय दिया जाये और आशा के क्षेत्र का सारा लाभ उसी क्षेत्र की आशाओं को मिले, आंगनबाड़ी कर्मियों को सुनिश्चित पेंशन के तहत कम से कम 10 हजार रूपये पेंशन दी जाये, कार्यकर्ता, सहायिका, आशा सहयोगिनी एवं ग्रामिण साथिन को 60 वर्ष पूर्ण होने पर हटाया जाता है उन्हें सक्षम होने तक 62 वर्ष तक कार्य करने दिया जाये.

 ग्रामीण साथिन को योग्यता एवं अनुभव के आधार पर प्रचेता के पद पर नियुक्ति दी जाये, ग्रामीण साथिन को नगर पालिका से हटा दिया जाता है तो इन्हें कार्यकर्ता, सहायिका व आशा सहयोगिनी के पद पर नियुक्ति दी जावे, एनटीटी शिक्षक में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को कई वर्षों सेकार्य कर रही है उन्हें अनुभव के आधार पर जल्दी कार्यकर्ताओं को नियुक्ति दी जावे व अलग से भर्ती नहीं की जाये और विभाग की तरफ से एनटीटी का कोर्स करवाया जाये, मिनी केन्द्रों को जनसंख्या के हिसाब से बड़े केन्द्रों में परिवर्तित किया जाये, कोविड-19 के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने सरकार के साथ कंघे से कंधा मिलाकर कार्य किया है जिसके कोई भी प्रोत्साहन राशि नहीं दी गई है उसका भुगतान कराया जाये, भवन किराया नीति में संशेाधन किया जावे, सरकार द्वारा बढ़ाया गया भवन किराये में भवन के क्षेत्र की बाध्यता को समाप्त कर, निर्धारित कमरों के आधार बढ़ाया गया भवन किराया दिया जाये,  कोविड-19 के दौरान पोषाहार आंगनबाड़ी केन्द्रों पर राजस्थान सरकार द्वारा गेहू, चावल दिये जा रहे है इस पोषाहार को बन्द करके कोई दूसरे पोषाहार की व्यवस्था सरकार द्वारा की जाये. विशाल धरने में मुख्य रूप से मधुकांता, मधुबाला यादव, कंवलजीत, रमा, रेहाना, रूपकला, राजेश गोस्वामी, अर्चना मुख्य रूप से उपस्थित थे.