जबलपुर. हैदराबाद की फिल्म निर्माता कम्पनी आइडियल फि़ल्म मेकर द्वारा द मिसिंग बीन नाम से बनाई जा रही फिल्म की शूटिंग जबलपुर और आसपास की विभिन्न लोकेशन पर होगी. 2.30 घंटे के इस फिल्म के सीन को जबलपुर के 27 लोकेशंस पर फिल्माया जाएगा. एक फरवरी से 40 दिन तक फिल्म की होने वाली इस शूटिंग में 180 लोकल कलाकारों को भी अपना अभिनय दिखाने का मौका मिलेगा.

तेलगू-हिन्दी सहित पांच भाषाओं में बनेगी फिल्म

जानकारी के अनुसार ये फिल्म तेलगू के साथ तमिल, हिन्दी, मलयालम और कन्नड़ भाषा में प्रदर्शित होगी. आइडियल फिल्म निर्माता कंपनी के बैनर तले बनने वाली इस फिल्म में 88 कलाकार बाहर से बुलाए गए हैं. फिल्म में मुख्य भूमिका में हैदराबाद के एक्टर रक्षित और केरल की एक्ट्रेस अर्पणा जनार्दन होंगी. शहर के कचनार सिटी में कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने इस फिल्म की यूनिट के साथ हवन-पूजन किया. फिल्म के प्रोड्यूसर रघु और डायरेक्टर सबस्टीन नोह ओकोष्टा हैं.

40 दिन तक जिले में होगी शूटिंग

जिले में फिल्म को प्रमोट कर रहे जबलपुर टूरिज्म प्रमोशन काउंसिल के सीईओ हेमंत सिंह ने बताया कि एक फरवरी को देवताल से फिल्म की शूटिंग प्रारंभ होगी, जो 40 दिन तक चलेगी. इस फिल्म में एक गाना कचनार सिटी स्थित शिव मंदिर परिसर में भी समूह नृत्य का फिल्माया जाएगा. फिल्म के प्रोड्यूसर रघु ने जबलपुर के प्राकृतिक सौंदर्य को अद्भुत बताते हुए कहा कि द मिसिंग बीन के बाद जबलपुर में और भी फिल्में बनाने की उनकी योजना है. उन्होंने फिल्म की शूटिंग में प्रशासन से मिल रहे सहयोग के लिए कलेक्टर शर्मा का आभार जताया.

जबलपुर के इस लोकेशंस पर होगी शूटिंग

निदान वॉटर फॉल, टेमर फॉल, हुल्की गांव, पायल, ग्वारीघाट, सर्किट हाउस, गेस्ट हाउस, कटाव मंदिर, गिरी दर्शन, संग्रामपुर, भेड़ाघाट, चौसठ योगिनी, पंचवटी, पचमठा मंदिर, लम्हेटाघाट, शारदा मंदिर, ओशो आश्रम, रानी दुर्गावती किला, बैलेंसिंग रॉक, देवताल, भैंसाघाट, पुलिस स्टेशन, शासकीय अस्पताल, कलेक्ट्रेट आदि स्थलों पर फिल्मांकन होगा.

प्रदेश सरकार की फिल्म नीति से आया फर्क

अक्कड़-बक्कड़ वेब सीरीज के लाइन प्रोड्यूसर अभिनव जैन के मुताबिक पहले की तुलना में अब एमपी में फिल्मों की शूटिंग अधिक आसान हो गई है. अब सिंगल विंडो पर अनुमति मिल जाती है. साथ ही सरकारी स्थानों पर शूटिंग करने पर सरकार सब्सिडी भी दे रही है. इससे लागत भी कम आ रही है. फिल्म निर्माता 50त्न से ज्यादा शूटिंग एमपी में करता है और स्थानीय कलाकारों को मौका देता है तो सरकार कई तरह की सुविधाएं देने को तैयार है.