जयपुर. आयुष्मान भारत-महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत अशोक गहलोत सरकार प्रदेशवासियों को नई सौगात देने जा रही है. इसके तहत अब 3.30 लाख के स्थान पर 5 लाख रुपए का निशुल्क उपचार मिल सकेगा. योजना के नये चरण का सीएम अशोक गहलोत 30 जनवरी को शुभारंभ करेंगे.
नये चरण में इस योजना का दायरा बढ़ाया जा रहा है. इससे प्रदेश के 1.10 करोड़ परिवारों को निशुल्क उपचार की सुविधा मिल सकेगी. इसमें सामाजिक आर्थिक जनगणना के पात्र परिवार भी शामिल किये जा रहे हैं. योजना के तहत लाभार्थी को सामान्य बीमारियों के लिए 50 हजार रुपये और गंभीर बीमारियों के लिए 4.50 लाख रुपये तक का निशुल्क इलाज मिल सकेगा. इसमें एनएफएसए के 98 लाख लाभार्थी परिवार भी शामिल होंगे. योजना का लाभ लेने के लिये लाभार्थी को अस्पताल में आधार कार्ड या फिर जनाधार कार्ड दिखाना होगा.
जानकारी के अनुसार, इस योजना का वार्षिक प्रीमियम 1750 करोड़ का होगा. इसका 80 फीसदी यानि करीब 1400 करोड़ राज्य सरकार वहन करेगी. योजना में प्रति परिवार सालाना निशुल्क उपचार सीमा बढ़ाई गई है. इसके तहत अब 3.30 लाख के स्थान पर 5 लाख रुपए का निशुल्क उपचार मिल सकेगा. योजना में पैकेज की संख्या भी 1401 से बढ़ाकर 1576 कर दी गई है. स्वास्थ्य बीमा की इस योजना के पैकेज की सूची में कोविड-19 और हीमोडायलिसिस जैसे गंभीर रोगों को भी शामिल किया गया है. इसमें भर्ती से 5 दिन पहले और डिस्चार्ज के 15 दिन बाद तक का चिकित्सा खर्च लाभार्थी परिवार को उपलब्ध कराया जायेगा.
राज्य सरकार की मंशा है कि योजना से प्रदेश के अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हों, ताकि राजस्थान की पहचान एक स्वस्थ्य प्रदेश के तौर पर हो सके. गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों को इलाज के लिये आर्थिक तंगी का सामना न करना पड़े. सरकार पिछले काफी समय से इस योजना को अमली जामा पहनाने में जुटी है. अब इसकी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. गहलोत शनिवार को इसे औपचारिक रूप से लॉन्च करेंगे.
सीएम गहलोत ने कहा कि दिसंबर 2019 में सरकार ने निरोगी राजस्थान अभियान लागू किया था. अब 30 जनवरी आयुष्मान भारत महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना के नए चरण को लागू करने की अभिनव पहल की जा रही है. यह प्रदेश की लगभग दो तिहाई आबादी के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए अहम कदम साबित होगा.