चंडीगढ़. किसान आंदोलन के बीच सीबीआई ने पंजाब और हरियाणा में एफसीआई के गोदामों पर दबिश दी है. पंजाब में 40 जगह रेड की गई है. वहीं हरियाणा में दस स्थानों पर छापे मारे गए हैं. पंजाब में यह अब तक की सबसे बड़ी रेड है. 

पंजाब में छापे गुरुवार देर रात मारे गए. खास बात यह है कि इस रेड के दौरान सीआरपीएफ भी तैनात की गई है. सीबीआई टीमों की तरफ से 2019-20 और 2020-21 के दौरान गेहूं और चावल की खरीद के सैंपल लिए जा रहे हैं. एफसीआई, पनग्रेन और पंजाब वेयरहाऊसिंग प्राइवेट लिमिटेड के सभी गोदामों पर एक साथ रेड हुई है. यह रेड मोगा, फाजिल्का और पट्टी सहित कई अन्य इलाकों में की गई है.

लुधियाना के जगरांव की अनाज मंडी स्थित वेयर हाउस में सीबीआई की टीम सर्च कर रही है. वहीं फिरोजपुर के गांव गोखिवाला में सीबीआई ने एफसीआई के गोदाम में छापामारी की. सूत्रों के अनुसार, सीबीआई अभी गोदाम में मौजूद है. 

हरियाणा के सिरसा में शुक्रवार को सुबह होते ही एफसीआई के गोदामों में सीबीआई की टीमों का काफिला पहुंच गया. इससे हड़कंप मच गया. सीबीआई अधिकारियों ने गोदाम के अंदर आते ही अपनी कार्रवाई शुरू कर दी. वहीं गोदाम के मैनेजर और सुपरवाइजर को भी मौके पर तलब कर लिया. इसके साथ ही टीम ने गोदामों में रखी गेहूं की जांच शुरू कर सैंपल भर लिए. 

सीबीआई ने मंगाला, पन्नीवाला मोटा और ऐलनाबाद में गोदामों पर छापे मारे हैं. सूत्रों के अनुसार सिरसा में सीबीआई की पांच से ज्यादा टीमें आई हैं जो अलग-अलग गोदामों की जांच कर रही हैं. एक टीम मंगाला में बने हैफेड के गोदाम में पहुंची और रिकॉर्ड तलब कर जांच शुरू कर दी. अंदेशा जताया जा रहा है कि सीबीआई की टीमें देश में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर गेहूं का स्टॉक जांचने के लिए आई है. वहीं सीबीआई की इस तत्परता की कार्रवाई से कुछ घोटाले की भी बू आ रही है. टीम ने आते के साथ ही सैंपल लेने भी शुरू कर दिए. बाकी अन्य गोदामों में भी टीम की कार्रवाई अभी तक चल रही है.