जबलपुर. पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर रेलमंडल के सरईग्राम में पिछले दिनों रेल मजदूर संघ के प्रभावशाली नेता व पदाधिकारी द्वारा ड्यूटी जा रहे दो ट्रेकमैनों की बाईक पर मार्शल जीप से टक्कर मारकर प्राणघातक हमला करने केमामले में अभी तक रेल प्रशासन द्वारा कड़ी कार्रवाई आरोपियों केखिलाफ नहीं किये जाने से एम्पलाइज यूनियन भड़क उठी और आज शुक्रवार 29 जनवरी को मंडल के विभिन्न स्टेशनों से बड़ी संख्या में आये ट्रेकमैनों के साथ मिलकर डीआरएम आफिस परिसर में आंदोलन प्रदर्शन व द्वारसभा की. इस मौके पर यूनियन पदाधिकारियों ने डीआरएम पर आरोप लगाया कि उन्हें रेलकर्मियों की जान की परवाह नहीं है, वहीं पुलिस के सरईग्राम थाना प्रभारी भी आरोपियों को संरक्षण दे रहे हैं.

यह है पूरा मामला

सरईग्राम के अधीन यूनिट नं. 33 (झारा स्टेशन) मे पदस्थ ट्रैकमैन श्री विनय कुमार व संजय सिंह कुशवाहा को दिनांक 21.01.2021 को जब ये अपनी डयूटी करने हेतु प्रशासन द्वारा दिये गये औजारो की किट सहित अपने निवास स्थान से कार्यस्थल झारा स्टेशन पर मोटर सायकल से जा रहे थे. तब इनके क्वार्टर से कुछ दूरी पर पहले से अपनी मार्शल गाड़ी क्र. यूपी 93 के- 9153 में घात लगाकर बैठे ट्रैकमैन मालिक चन्द जायसवाल पिता इन्द्रलाल सिंह ने जान से मारने के उदेश्य से इनकी मोटर सायकिल पर भारी चैपहिया वाहन मार्शल गाड़ी से पीछे से जोरदार टक्कर मार दी. टक्कर मारकर जान लेने की कोशिश के दौरान  मालिक चंद जायसवाल ने गाली-गलौज की. मार्शल की टक्कर से उनकी मोटर सायकिल घिसटती हुई 200 मी. आगे तक चली गयी. दोनों ऑन ड्यूटी कर्मचारी बुरी तरह घायल हो गये एवं केन्द्रीय चिकित्सालय जबलपुर मे इलाज हेतु भर्ती है. इस आपराधिक घटना के विरोध मे वे.से.एम्पा.यूनियन ने आज दिनांक 29.01.2021 को मंडल रेल प्रबंधक प्रागंण में एक द्वार सभा का आयोजन किया.

यूनियन के मंडल सचिव नवीन लिटोरिया ने कहा कि चूकि उक्त दोनों कर्मचारी अपने निवास स्थल से डयूटी करने हेतु संबंधित सरकारी औजारों सहित जा रहे थे. अत: इन्हें नियमानुसार डयूटी पर माना जायेगा एवं यह जान लेवा हमला भी मालिक चंद जायसवाल द्वारा डयूटी पर कार्यरत कर्मचारी पर हमले की श्रेणी मे आता है. डयूटी पर जा रहे कर्मचारियों पर जानबूझकर जानलेवा हमला करना एक अन्यन्त गंभीर अपराध है तथा रेल सेवक आचरण नियम 1966 के नियम क्र. 3.1 (III) का गंभीर उल्लंघन है. जिसके लिए मालिक चंद जायसवाल पर कठोरतम अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुए. रेल सेवा से तत्काल वर्खास्त किये जाने की कार्यवाही की जाये जैसा कि राजपत्रित अधिकारियों के साथ दुव्र्यवहार के अनेको मामलों में ऐसे उद्दण्ड कर्मचारियों को पहले भी कड़ी अनुशासनात्मक कार्यवाही कर बर्खास्त किया जा चुका है. पीढि़त कर्मचारियों की शिकायत पर डीआकएम द्वारा अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है. जिससे सरईग्राम यू.नं. 33 सहित मंडल के समस्त ट्रैकमैनो मे तीव्र रोष व्याप्त है.

उक्त आपराधिक घटना की नामजद एफ.आई.आर. पीडि़तों द्वारा थाना सरईग्राम मे करायी गयी, परन्तु थाना प्रभारी सरईग्राम द्वारा हमलावर अपराधी मालिकचंद के नाम से एफ.आई.आर. नहीं की अज्ञात वाहन चालक के नाम एफ.आई.आर दर्ज कर हमलावर को अवैघ संरक्षण दिया गया है. जिससे पुलिस प्रशासन भी संदेह के घेरे मे है.

मालिकचंद सरईग्राम एरिया का एक स्थानीय प्रभावशाली कर्मचारी है. जो अपने प्रभाव का लाभ लेकर वह घटना के चश्मदीद गवाहों को निरन्तर धमका रहा है तथा प्रकरण को अपने स्थानीय दबाव व प्रभाव से दबाने का प्रयत्न कर रहा है. अत: इसका तत्काल अन्र्तरेलवे/अन्र्तमंडलीय स्थानान्तरण कर जबलपुर मंडल से शीघ्रता से प्रशासनिक आधार पर स्थानान्तरित कर रिलीव करे. ताकि वह अपने प्रभाव का अनुचित उपयोग कर गवाहों को प्रभावित ना कर सके.

मंडल अध्यक्ष का. बीएन शुक्ला द्वारा रेल प्रशासन को इस मामले मे तत्काल कड़ी अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुए श्री मालिकचंद जायसवाल, को जबलपुर मंडल के बाहर स्थानान्तरित किये जाने की मॉंग की गई. आरोपी के विरूद्ध कार्यवाही ना होने पर तीव्र आन्दोलन करने की चेतावनी प्रशासन को दी गयी तथा कहा गया कि आवश्यकता हुई तो इस मुद्दे पर रेल संचालन को भी बाधित किया जा सकता है.