सरगुजा. छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में पुलिस के हवलदार और सिपाही पर ही चोरी के आरोप लगे हैं. जिले के दरिमा थाना में रखे गए ट्रैक्टर का टायर और अन्य पार्ट्स बेचने का आरोप दोनों पर लगा है. बताया जा रहा है कि सड़क दुर्घटना के मामले में जब्त किए गए नए ट्रैक्टर के टायर व पार्ट्स पुलिस थाने से ही चोरी हो गए थे. पार्ट्स चोरी कर बेच दिए गए थे. इस मामले की जांच में पता चला कि ट्रैक्टर का टायर और पार्ट्स थाने में ही पदस्थ एक प्रधान आरक्षक और एक आरक्षक ने मिलकर चोरी किए और बेच दिया. चार दिन पहले मामले का खुलासा हुआ था. इसके बाद सरगुजा एसपी ने दोनों ही आरोपियों को सस्पेंड कर लाइल अटैच कर दिया है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एफआईआर दर्ज करने को लेकर अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे हैं. बताया जा रहा है कि दरिमा पुलिस द्वारा धारा 304 ए के तहत सड़क दुर्घटना के मामले में एक नए ट्रैक्टर को जब्त कर थाने में खड़ा किया था. इस ट्रैक्टर के नए टायर व अन्य उपकरणों को थाने में ही पदस्थ प्रधान आरक्षक संतोष कुमार गुप्ता व आरक्षक जगेश्वर बघेल ने मिलकर बेच दिया. वारदात को अंजाम देने के लिए दोनों ने दरिमा निवासी दीप गुप्ता उर्फ मोंटी नामक व्यापारी से सम्पर्क किया था. व्यापारी भी थाने में खड़ी ट्रैक्टर के टायर लेने को राजी हो गया.
इस दर पर तय हुआ सौदा
जानकारी के मुताबिक पुलिसकर्मियों और व्यापारी के बीच 70-75 हजार रुपए में सौदा तय हुआ था, जिसके बाद प्रधान आरक्षक व आरक्षक ने मिलकर ट्रैक्टर के चारों टायर व पार्ट्स दीप गुप्ता को बेच दिए. हैरानी की बात तो यह है कि थाना परिसर में खड़ी ट्रैक्टर का सामान चोरी होने की थाना प्रभारी व किसी अन्य पुलिसकर्मी को जानकारी तक नहीं हुई. थाने से चोरी का यह मामला दबकर रह जाता, लेकिन इस बीच 4 दिन पूर्व थाना परिसर में की जा रही साफ-सफाई के दौरान जब कुछ पुलिसकर्मियों की नजर जब्त नए ट्रैक्टर पर पड़ी. इसके बाद मामले का खुलासा हुआ. आनन फानन में थाना प्रभारी सलीम तिग्गा ने इसकी जानकारी एसपी व अन्य पुलिस अधिकारियों को दी. इसके बाद जांच में खुलासा हुआ. सरगुजा एसपी टीआर कोशिमा का कहना है कि प्रधान आरक्षक और आरक्षक ने मिलीभगत कर एक व्यापारी को ट्रैक्टर का पार्ट्स बेच दिया था. टायर के साथ ट्रैक्टर को जब्त कर लिया गया है व दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर विभागीय जांच की जा रही है.