नई दिल्ली. राजस्थान के अलवर के शाहजहांपुर बॉर्डर से बड़ी खबर हैं. यहां किसान आंदोलन को लेकर टेंशन बढ़ गई है. 42 गांव के लोगों ने आंदोलनकारी किसानों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और इस वक्त दोनों आमने सामने हैं.
जानकारी के अनुसार स्थानीय लोगों की मांग है कि फौरन हाईवे को खाली किया जाए. इसके लिए आज शाहजहांपुर बॉर्डर पर फिर 42 गांवों की महापंचायत हुई है. अभी तनाव की स्थिति है. हर हालात से निपटने के लिए मौके पर भारी पुलिस फोर्स तैनात है. गौरतलब है कि कृषि कानून के खिलाफ किसानों ने दिल्ली-जयपुर हाईवे को ठप कर रखा है.
वहीं गणतंत्र दिवस पर किसान संगठनों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के बाद से सियासत भी गर्मा गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात की बात कार्यक्रम में कहा कि 26 जनवरी को तिरंगे का अपमान देख देश बहुत दुखी हुआ. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस टिप्पणी के बाद किसान नेता नरेश टिकैत के बाद भी बयान सामने आया है. उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि हम पीएम मोदी की कही गई बातों का सम्मान करते हैं, उनकी गरिमा की रक्षा की जाएगी.
भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि हम नहीं चाहते सरकार या संसद झुके, लेकिन हम किसानों का आत्म सम्मान भी बचाएंगे. 26 जनवरी को हुई हिंसा साजिश का परिणाम थी, इसकी बड़े पैमाने पर जांच की जानी चाहिए.
उन्होंने कहा कि हम कभी भी किसी को तिरंगे का अपमान नहीं करने देंगे, इसे हमेशा ऊंचा रखेंगे. सरकार को हमारे लोगों को रिहा करना चाहिए और बातचीत के लिए एक मंच तैयार करना चाहिए. आशा है कि एक मध्य मार्ग मिल जाएगा.