नई दिल्ली. केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने शुक्रवार को लोकसभा में बताया कि 50 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों को मार्च के दूसरे या तीसरे सप्ताह से टीका लगाने की प्रक्रिया शुरू हो सकती है.

लोकसभा में अजय मिश्र टेनी और विनोद कुमार सोनकर के पूरक प्रश्नों के उत्तर में डॉ हर्षवद्र्धन ने कहा कि कोविड-19 के दो टीकों के आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दी गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 16 जनवरी 2021 को कोविड टीकाकरण अभियान की शुरूआत की गई थी और देश में अब तक 50 लाख लोगों का टीकाकरण किया गया है.

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने कहा कि अभी सात टीकों पर काम चल रहा है. इनमें से तीन टीके क्लिनिकल ट्रायल के तीसरे चरण में हैं. जबकि दो टीके ट्रायल के पहले और दूसरे चरण में तथा दो टीके अग्रिम प्री-क्लिनिकल चरण में हैं.

उन्होंने कहा कि कोविड टीकाकरण अभियान के तहत पहले चरण में एक करोड़ स्वास्थ्य कर्मियों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है. इसके बाद अग्रिम मोर्चे पर रहकर काम करने वाले दो करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर को टीका लगाया जायेगा.

डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि फ्रंटलाइन वर्कर को टीका लगाने का काम 2 फरवरी से शुरू हो गया है. उन्होंने कहा कि 50 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों को मार्च के दूसरे या तीसरे सप्ताह से टीका लगाने की प्रक्रिया शुरू हो सकती है.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अनुमानित तीन करोड़ स्वास्थ्य परिचर्या कर्मियों और फ्रंटलाइन कर्मियों के टीकाकरण के लिये आने वाला व्यय लगभग 480 करोड़ रूपये है. प्रचालन लागत को पूरा करने के लिये राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों को निधियों का वितरण कोविन पोर्टल पर पंजीकृत लाभार्थियों के अनुसार किया जा रहा है.