पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर में आज लोकायुक्त टीम ने कलेक्ट्रेट के दो अधिकारियों को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है. खाद्य अधिकारी पेनेन्द्र मेश्राम तीन प्रकरणों में सहायत कर न्यायालय से बरी कराने के एवज में 15 हजार रुपए ले रहा था, वहीं संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन विभाग में पदस्थ सहायक यंत्री आदित्य सिंह को 5 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है. लोकायुक्त टीम की कार्यवाही से हड़कम्प मचा रहा.
इस संबंध में लोकायुक्त डीएसपी जेपी वर्मा ने बताया कि जिला चिकित्सालय परिसर स्थित खाद्य एवं औषधि प्रशासन कार्यालय में पदस्थ खाद्य निरीक्षक पेनेन्द्र मेश्राम ने राजा पिता नारायणदास कुकरेजा निवासी तिलक वार्ड मकान नम्बर 560 जबलपुर से न्यायालय में लम्बित तीन खाद्य प्रकरणों में सहायत कर बरी कराने के एवज में 30 हजार रुपए रिश्वत की मांग की, राजा ने इस बात की शिकायत लोकायुक्त एसपी अनिल विश्वकर्मा को दी, इसके बाद आज राजा के कहने पर खाद्य निरीक्षक पेनेन्द्र मेश्राम पुलिस कंट्रोल रुम परिसर में स्थित काफी हाउस के बाहर पहुंचे, जहां पर राजा ने जैसे ही पेनेन्द्र मेश्राम को रिश्वत की पहली किश्त 15 हजार रुपए दी, तभी लोकायुक्त डीएसपी जेपी वर्मा, इंस्पेक्टर स्वप्रिल दास, आरक्षक सुरेन्द्र भदौरिया, अमित गावडे, विजयसिंह विष्ट, अंकित दाहिया, राकेश विश्वकर्मा ने दबिश देकर रंगे हाथ पकड़ लिया. लोकायुक्त अधिकारियों की टीम को देखते ही पेनेन्द्र मेश्राम ने रिश्वत की राशि फेंकते हुए अपने आप को साफ सुथरा बताने की कोशिश की लेकिन उनके हाथों में लगे रंगे ने सारी कहानी बयां कर दी. खाद्य निरीक्षक के रंगे हाथ पकडऩे जाने की खबर से हड़कम्प मच गया, वहीं आसपास के लोगों की भीड़ जमा हो गई थी.
आफिस में बैठकर रिश्वत ले रहा असिस्टेंट इंजीनियर भी पकड़ा गया-
इसी तरह लोकायुक्त की टीम ने संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन व विकास विभाग के सहायक यंत्री आदित्य सिंह को भी पांच हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है. सहायक यंत्री आदित्य सिंह ने कार्य पूर्णता प्रमाणपत्र अनुमोदन व निकाय नैनपुर जिला मंडला पहुंचाने के एवज में जाहिद खान निवासी नैनपुर से ले रहे थे. आफिस में लोकायुक्त अधिकारियों की टीम द्वारा कार्यवाही किए जाने की खबर से अफरातफरी मच गई. देखते ही अन्य अधिकारी व कर्मचारी एकत्र हो गए थे, जिनके बीच मामले को लेकर तरह तरह की चर्चाएं व्याप्त रही.