पलपल संवाददाता, जबलपुर. कृषि कानून किसानों की आमदनी को दोगुना करने का रोड मैप है, लेकिन किसान आंदोलन की आड़ में सिर्फ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विरोध की राजनीति चल रही है, विपक्ष कृषि कानून पर सार्थक बहन नहीं चाहता है. इस आशय की बात आज केन्द्रीय संस्कृति व पर्यटन राज्यमंत्री प्रहलाद पटैल ने जबलपुर में आयोजित पत्रवार्ता में कही.
पत्रकारों से चर्चा करते हुए श्री पटैल ने आगे कहा कि केन्द्र सरकार पहले ही स्पष्ट कर चुकी है कि कृषि कानून वापस नहीं होगा. फिर भी सरकार संशोधन के लिए तैयार है बशर्ते किसानों के नाम पर आंदोलन करने वाले ये बताएं कि कानून में इस प्रावधान में ये खामी है. उन्होने लालकिले पर लगे तीन कलश के संबंध में चर्चा करते हुए कहा कि एक मिल चुका है दो गायब है, कलश चोरी की रिपोर्ट दिल्ली पुलिस में की गई है, ये कलश पुरातात्विक महत्व के थे, जिसका आंकलन रुपयों से नहीं लगाया जा सकता है, वहीं अंदर व बाहर लगी लाइटों को भी नुकसान पहुंचाया गया है. उन्होने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के 6 मार्च को जबलपुर व 7 मार्च को दमोह आगमन के विषय में भी जानकारी दी, उन्होने कहा कि महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सात मार्च को दमोह जिले के सिंगौरगढ किले का 26 करोड़ रुपए से होने वाले जीर्णोद्धार का शुभारम्भ करेगें, यहां निदान फॉल से लेकर रानी दुर्गावती के पति की समाधि भी है, आल्हा की पत्नी के नाम पर दमोह स्थित बेला तालाब का दस करोड़ रुपए से सौंदर्यीकरण कार्य का भी शिलान्यास होगा.