पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर सर्किल में आने वाले काष्ठ डिपो कालपी जिला मंडला में हुई नीलामी में बिड शीट में छेड़छाड़ कर डीएफओ शैलेन्द्र गुप्ता ने राज्य सरकार को लाखों रुपए का चूना लगाया है. इस मामले की जांच के बाद सरकार ने डीएफओ शैलेन्द्र गुप्ता को सस्पेंड कर जांच के आदेश दे दिए है. श्री गुप्ता की जगह जब बासु कनौजिया को डीएफओ उत्पादन बनाकर भेजा गया है.
बताया गया है कि चीफ कंजरवेटर फारेस्ट (सीसीएफ) जबलपुर सर्किल आरडी मेहला को शिकायत की गई थी कि शैलेन्द्र गुप्ता द्वारा नीलामी प्रक्रिया में आर्थिक अनियमितताए की जा रही है, यह शिकायत शहर के ही एक ठेकेदार द्वारा की गई थी, इसके बाद सीसीएफ श्री मेहला ने स्वयं कालपी डिपो जाकर नीलामी से जुड़े दस्तावेज की जांच की तो शुरुआती तौर पर बड़ा घोटाला नजर आया, जिसकी रिपोर्ट बनाकर सीसीएफ ने मुख्यालय को भेज दी, रिपोर्ट मिलने के बाद शासन स्तर पर एक जांच कमेटी का गठन किया, जिन्होने कालपी जिला मंडला सहित अन्य काष्ठ डिपो में हुई नीलामियों के दस्तावेजों की जांच की गई, जिसमें डीएफओ शैलेन्द्र गुप्ता द्वारा बिड शीट में छेड़छाड़ कर राज्य सरकार को लाखों रुपए का चूना लगाना पाया गया, अभी तक 13 लाख रुपए का घोटाला किए जाने की बात सामने आई है, इस रिपोर्ट के बाद शैलेन्द्र गुप्ता को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया. खबर है कि 21 जनवरी को हुई नीलामी का अधिकतर ठेकेदारों ने बहिष्कार किया था, वहीं जांच में देरी होने का लाभ उठाते हुए डीएफ शैलेन्द्र गुप्ता ने कई नोट शीट को कमेटी पहुंचने से पहले ही बदल दिया था, वहीं 21 जनवरी के नीलामी से जुड़े दस्तावेजों को सीसीएफ श्री मेहला द्वारा पहले ही जब्त कर दिया था जिसमें आर्थिक अनियमितताए उजागर हो गई थी. राज्य सरकार द्वारा डीएफओ शैलेन्द्र गुप्ता के खिलाफ की गई कार्यवाही से विभाग में हड़कम्प मचा हुआ है, अधिकारियों के बीच इस बात को लेकर तरह तरह की चर्चाएं भी व्याप्त है.