नई दिल्ली. महाराष्ट्र के पालघर में चेन्नई एयरपोर्ट से एक नौसेना के जवान झारखंड के पलामू पूर्वडीहा निवासी सूरज दुबे को अपहरण कर बदमाशों ने उसे जिंदा जला दिया था. बुरी तरह झुलसे अधिकारी की शुक्रवार को अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुंबई पुलिस अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर उनकी तलाश में जुट गई है. पालघर के एसपी दत्तात्रय शिंदे ने बताया कि नौसेना के जवान की पहचान सूरज कुमार दुबे उम्र 27 वर्ष के रूप में हुई है, जो की झारखंड के पलामू जिले अंतर्गत चैनपुर प्रखंड के पूर्वडीहा गांव के रहने वाले थे.
सूरज के पिता ने अपने बेटे के लिए इंसाफ की गुहार लगाई है. उनके पिता मिथिलेश दुबे ने कहा कि मैं अपने बेटे के लिए इंसाफ चाहता हूं. मैं मीडिया के जरिए यही संदेश देना चाहता हूं. उसने मरने से पहले बयान दिया था कि फिरौती के लिए उसे किडनैप करके तीन दिन तक कैद रखा गया था. उसे बाद में पालघर लाया गया और जिंदा जला दिया गया.
प्रारंभिक सूचना के अनुसार, जब वह छुट्टी से लौट रहे थे तो 30 जनवरी को रात करीब 9 बजे के करीब चेन्नई एयरपोर्ट के बाहर तीन लोगों ने बंदूक की दम पर अगवा कर लिया और उनकी रिहाई के बदले 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी. उन्हें तीन दिन तक चेन्नई में बंधक बनाकर रखा गया और बाद में पालघर जिले के तालासारी इलाके में वेवजी ले आया गया. शुक्रवार सुबह अपहरणकर्ताओं ने उनके हाथ पैर बांध दिए और घोलवड के पास जंगलों में जिंदा जला दिया और मरने के लिए छोड़कर फरार हो गए.
दुबे किसी तरह से वहां से भागे और कुछ स्थानीय नागरिकों की मदद से धहानू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे. उनका 90 फीसदी शरीर बुरी तरह से झुलसा हुआ था. ऐसी हालत में उन्हें मुंबई के नौसेना अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया. मरने से पहले उन्होंने पुलिस को पूरी घटना के बारे में बताया. नौसेना के प्रवक्ता ने कहा कि दुबे को जब अगवा किया गया तो वह छुट्टी पर थे और उन्हें शुक्रवार सुबह 90 प्रतिशत जली हालत में पालघर में पाया गया.