नई दिल्ली. वेस्टइंडीज ने अपने दिलेर खेल से इतिहास रच दिया है. उसने पहले टेस्ट मैच में मेजबान बांग्लादेश द्वारा दिए गए 395 रन के लक्ष्य को हासिल कर ऐतिहासिक जीत दर्ज की है. यह टेस्ट इतिहास में सिर्फ पांचवां मौका है, जब किसी टीम ने 395 या इससे बड़ा लक्ष्य हासिल किया है. वेस्टइंडीज की जीत के हीरो काइल मेयर्स रहे. उन्होंने 210 रन की नाबाद पारी खेली. यह काइल मेयर्स का पहला टेस्ट मैच है. उन्होंने खुद को ऐसे एलीट क्रिकेटरों के क्लब में शामिल करा लिया है, जिन्होंने अपने पहले टेस्ट मैच में ही दोहरा शतक बनाया है.
मेजबान बांग्लादेश और वेस्टइंडीज के बीच चटगांव में 3 फरवरी से पहला टेस्ट मैच खेला गया. बांग्लादेश ने पहली पारी में 430 रन बनाए. इसके जवाब में वेस्टइंडीज की टीम 259 रन पर आउट हो गई. इस तरह बांग्लादेश को हली पारी में 171 रन की बड़ी बढ़त मिली. बांग्लादेश ने दूसरी पारी 8 विकेट पर 223 रन बनाकर घोषित कर दी. उसने वेस्टइंडीज को जीत के लिए 130 ओवर में 395 रन का लक्ष्य दिया.
एवरेस्ट से लक्ष्य का पीछा करने उतरे वेस्टइंडीज की शुरुआत अच्छी नहीं रही. उसने महज 59 रन बनने तक अपने तीन विकेट गंवा दिए. जब जीत असंभव लग रही थी, तब काइल मेयर्स और एन. बोनर (86) की जोड़ी जम गई. इन दोनों ने 216 रन की साझेदारी कर अपनी टीम को विनिंग ट्रैक पर ला दिया. बोनर जब आउट हुए तब तक वेस्टइंडीज का स्कोर 275 रन हो चुका था.
28 साल के काइल मेयर्स ने बोनर के आउट होने के बावजूद अपना स्वाभाविक खेल जारी रखा. उन्होंने दबाव में आने की बजाय आक्रामक खेल दिखाया. बारबाडोस के इस खिलाड़ी ने महज 310 गेंदों पर 210 रन की पारी खेली और 20 चौके व 7 छक्के जमाए. वेस्टइंडीज ने उनकी पारी की बदौलत ही 15 गेंद बाकी रहते हुए 3 विकेट से मैच जीत लिया. यह लक्ष्य का पीछा करते हुए टेस्ट क्रिकेट में पांचवीं सबसे बड़ी जीत है. सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड भी वेस्टइंडीज के ही नाम है. उसने 2003 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 418 रन का लक्ष्य हासिल कर मैच जीता था. दक्षिण अफ्रीका, भारत और ऑस्ट्रेलिया भी एक-एक बार 400 से बड़ा लक्ष्य हासिल कर चुके हैं.