चमौली. उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर फटने से आई आपदा के बाद 30 घंटों से रेस्क्यू टीम राहत बचाव कार्य में लगी हुई है. अब तक कई लाशें बरामद की जा चुकी हैं तो वहीं सुरंग में मजदूरों के फंसे होने की आशंका पर जवान उन्हें बचाने की कवायद में लगे हुए हैं. इस बाबत आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरफ और सेना के साथ वायुसेना के विमान मुस्तैदी के साथ काम कर रहे हैं.

तपोवन की सुरंग में 100 मीटर अंदर मलबे ने रास्ता बंद

दरअसल, सुरंग में फंसे लोगों को बचाने की कवायद में लगी टीमें मशीनों से सुरंग साफ़ करने और मलबा हटाने में जुटी हुईं है. सुबह 4 बजे से ये काम जारी है. हालाँकि तपोवन के सुरंग नंबर 2 में भारी गाद और कीचड़ की वजह से अंदर जा रही रेस्क्यू टीम को वापस लौटना पड़ा है. जानकारी के मुताबिक, ये टीम विशेष कैमरा, स्निफर डॉग के साथ अंदर जाने की कोशिश कर रही थी. टीम के पास ऑक्सीजन सिलेंडर भी थे ताकि सुरंग के अंदर उनका इस्तेमाल हो सकें लेकिन कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू टीम 100 मीटर से आगे नहीं बढ़ सकी. इसके बाद इस टीम को वापस लौटना पड़ा. अब मशीनों के जरिए कीचड़ और गाद को साफ किया जा रहा है.

30 घंटे से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

बता दें कि ग्लेशियर टूटने की घटना के बाद लगभग 30 घंटे से रेस्क्यू कार्य जारी है. तपोवन स्थित एनटीपीसी की सुरंग में लोगों के फंसे होने की संभावना है. अनुमान के अनुसार सुरंग-2 में 37 लोग फंसे हैं. उन्हे निकालने के लिए सुरंग से लगातार मलबा हटाया जा रहा है. वहीं अब तक 20 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, और 200 लोग लापता बताए जा रहे हैं.