पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर में लाईफ केयर सोसायटी के संचालक मनीष कनौजिया ने पेंशन व सब्सिडी दिलाने के नाम पर लोगों से लाखों रुपए की ठगी की, इस मामले की शिकायत मिलने पर लार्डगंज पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर मनीष कनौजिया को गिरफ्तार कर लिया है.

लार्डगंज टीआई मधुर पटैरिया ने बताया कि जगदीश मंदिर गढ़ाफाटक में मनीष कनौजिया उम्र 41 वर्ष निवासी लालमाटी घमापुर ने लाईफ केयर सोसायटी के नाम से एक आफिस खोला, जहां पर लोगों को विधवा पेंशन, बेरोजगार पेंशन, वृद्धा अवस्था पेंशन, विकलांग पेंशन, बिजली बिल स्कीम, रसोई गैस सब्सिडी दिलाने के नाम पर आम लोगों से 610 रुपए लेकर चैन सिस्टम में यह कहकर जोड़ा गया कि उनहे हर माह पांच सौ रुपए दिए जाएगें. जिसके चलते आफिस में विजय नगर निवासी पारुल तिवारी 32 वर्ष को यह कहकर नौकरी पर रख लिया गया कि लाईफ केयर सोसायटी एक एनजीओ है और हर वर्ष मार्च में आडिट होता है, पारुल को काम समझाया गया, जिसमें कहा गया कि सरकार से कंपनी का अनुबंध है और सोसायटी हैल्थ स्कीम भी प्रदान करती है, दस हजार रुपए प्रतिमाह पर नौकरी कर रही पारुल को जब एक माह काम करते हुए हो गया और उसने पेमेंट मांगी तो कहा गया कि जब तक आप कंपनी में 150 लोगों को नहीं जोड़ती है तब तक पेमेंट नहीं दिया जाएगा, पेमेंट न मिलने से व्यथित मनीषा ने जब कंपनी के काम पर ध्यान दिया तो पता चला कि यह एक चिटफंड कंपनी है जो पहले एक ग्राहक बनाकर उससे रजिस्ट्रेशन फीस के नाम पर 610 रूपये लेती हैं, इसके बाद चैन सिस्टम बनाकर लोगों को ग्राहक बनाने के लिए कहा जाता है और जो भी लोग ग्राहक नहीं जोड़ पाते है तो उन्हे भगा देते है. कंपनी के संचालक मनीष कनौजिया ने इस तरह से 500 से ज्यादा लोगों से 610-610 रुपए एकत्र किए है, यहां तक कि नौकरी पर रखे गए लोगों को वेतन भी नहीं दिया, इसके बाद जब लोग पेंशन के लिए पहुंचे तो पता चला कि कंपनी का आफिस बंद कर संचालक मनीष भाग गया है. पुलिस ने मनीष कनौजिया के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया, जिसने पूछताछ में बताया कि दो माह पहले ही चिटफंड कंपनी के नाम पर काम शुरु किया था, पुलिस ने मनीष के पा से कंपनी के रजिस्ट्रेशन फार्म, सील व 3 सौ खाली फार्म भी बरामद किए है.