मैनपुरी. उत्तर प्रदेश के मैनपुरी के किशनी क्षेत्र में सोमवार को एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के चाचा व पूर्व कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव का दर्द छलक गया. उन्होंने कहा कि कुछ लोग नहीं चाहते कि परिवार में दोबारा एकता हो.

शिवपाल यादव ने कहा कि अखिलेश यादव से बिना शर्त बात करने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन फिर भी बात नहीं बनने दी गयी. उन्होंने कहा कि पार्टी बनाने से पहले चार बार रामगोपाल यादव से मुलाकात की थी. गठबंधन होने पर अखिलेश यादव को ही मुख्यमंत्री बनाने को तैयार हैं. हम चाहते हैं कि समाजवादी परिवार एक हो.

बिना किसी का नाम लिये पिछले आम चुनाव के बारे में बात करते हुए शिवपाल यादव ने कहा कि 2014 के आम चुनाव में समाजवादी पार्टी को कम सीटें आने पर बड़ा गठबंधन बनाने को लेकर नीतीश कुमार, लालू यादव, शरद पवार आदि कई नेताओं से मिले थे, लेकिन कुछ लोगों ने अड़ंगा लगा दिया. वर्तमान हालात ऐसे हैं कि सभी दल मिल कर ही बीजेपी को हरा सकते हैं.

प्रगतिशील समाजवादी पाटीज़् के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी के साथ विलय किसी कीमत पर नहीं होगा. हमारा गठबंधन हो सकता है. उन्होंने कहा कि 2022 में होने वाले चुनाव में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के बिना किसी दल की सरकार बनना मुश्किल है. साथ ही उन्होंने बीजेपी का प्रोटेम स्पीकर बनाये जाने पर कहा कि समाजवादी पार्टी विचार करे कि बहुमत मिलने के बावजूद ऐसा क्यों किया गया.

उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि कॉरपोरेट घरानों के दबाव में किसानों के साथ सरकार अन्याय कर रही है. नया कृषि कानून लागू होने के बाद किसान अपने ही खेत में मजदूर बन कर रह जायेगा.