पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर में खाकी वर्दी पहनकर चोरी की वारदात करने वाले आबकारी विभाग के दो एसआई व दो आरक्षक के खिलाफ गोरखपुर थाना पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया है. चारों ने आबकारी कंट्रोल रुम में रखी आलमारी को तोड़कर 172 बॉटल अंग्रेजी शराब की चोरी की, जब वे चोरी कर रहे थे उस वक्त सीसीटीवी की नजर ने उन्हे अपने कैमरे में कैद कर लिया. सूत्रों के अनुसार आबकारी विभाग में पदस्थ एसआई नीरज दुबे व सुधीर मिश्रा, आरक्षक राकेश बोहरे व जैनेन्द्र प्यासी ने 29 जनवरी की रात 8 बजे से 8.30 बजे के बीच गोरखपुर थाना के पीछे आबकारी कंट्रोल रुम के अंदर रखी आलमारी को तोड़कर 172 बॉटल अंग्रेजी शराब चोरी कर ली, चारों का यह कारनामा सीसीटीवी कैमरे की नजर ने कै द कर लिया.
जानकारी के अनुसार गोरखपुर थाने में आबकारी कंट्रोल रूम प्रभारी जीएल मरावी की ओर से मामले में शिकायत दर्ज कराई गई. पुलिस को एक पेन ड्राइव भी दी गई हैए जिसमें वारदात में शामिल विभाग के दो ैप् नीरज दुबे और सुधीर मिश्रा सहित दो आरक्षक राकेश बोहरे और जैनेद्र प्यासी की ब्ब्ज्ट फुटेज है. फुटेज 29 जनवरी की रात 7ण्50 से रात 8ण्34 बजे की बीच की है. इस फुटेज में चारों आरोपी गोरखपुर थाने के पीछे स्थित आबकारी विभाग के कंट्रोल रूम में प्रवेश करते हुए दिख रहे हैं, इसके बाद भी यह मामला वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दबाए जाने की कोशिश की जाती रही, लेकिन मामला जब चर्चाओं में आया और वरिष्ठ अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठने लगे तो बीती रात गोरखपुर थाना में शिकायत की गई, जिसपर पुलिस ने चारों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया. चर्चाओं में यह बात भी सामने आई है कि कंट्रोल रुम प्रभारी जीएल मरावी पर एफआईआर न कराने के लिए राजैनिक दबाव भी लगातार बनाया जा रहा था, क्योंकि सुधीर मिश्रा जबलपुर के ही रहने वाले है और उनके जबलपुर में राजनैतिक रसूखदारों से करीबी संबंध है, जिसके चलते उन्होने आबकारी विभाग के अधिकारियों पर एफआईआर न हो इसके लिए दबाव बनवाया है. जिसके चलते रात 9 बजे के लगभग एफआईआर दर्ज हो सकी है. इस मामले में आबकारी आयुक्त ने एक सप्ताह में मामले की पूरी जानकारी तलब की है, वहीं पुलिस अब सीसीटीवी फुटेज के अलावा हार्ड डिस्क भी जब्त करने की तैयारी में है.
27 जनवरी को सस्पेंड हो चुके है दोनों एसआई, 29 को की वारदात-
बताया गया है कि सिविल लाइन पुल नम्बर एक के पास स्थित ऋषी रीजेंसी होटल के मालिकों द्वारा एक लाइसेंस पर चार बार संचालित किए जा रहे थे, जिसपर जिला प्रशासन ने छापा मारा था तो यह खुलासा हुआ. इस मामले में जिला प्रशासन ने दोनों एसआई सुधीर मिश्रा व नीरज दुबे को सस्पेंड कर दिया था कि दोनों को पूरी जानकारी थी, 27 जनवरी को दोनों को सस्पेंड कर एक को रीवा तो दूसरे को सागर अटैच किया था, इसके बाद भी दोनों यही रहे और 29 जनवरी को वारदात को अंजाम दिया है. वहीं मामले में आरक्षक राकेश बोहरे व जैनेन्द्र प्यासी को 6 फरवरी को सस्पेंड किया गया और 9 फरवरी को मामला दर्ज कराया गया है.