भोपाल. देश-प्रदेश में कोविड-19 का संक्रमण घटने के साथ सक्रिय मरीजों की संख्या भी लगातार घट रही है. मप्र में मंगलवार को कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 2000 से नीचे आ गई. सोमवार को प्रदेश में 2078 सक्रिय मरीज थे. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सक्रिय मरीजों में 70 फीसद होम आइसोलेशन में हैं. बाकी का निजी और सरकारी अस्पतालों में इलाज चल रहा है.
सबसे ज्यादा 632 सक्रिय मरीज भोपाल में हैं, जबकि दूसरे नंबर पर 301 मरीज इंदौर में हैं. प्रदेश के 20 जिले ऐसे हैं, जहां सक्रिय मरीजों की संख्या 10 से नीचे है. बता दें कि मरीजों की संख्या कम होने की वजह से सरकार ने कोविड अस्पतालों में बिस्तर कम कर दिए हैं, जबकि कोविड केयर केंद्रों को बंद कर दिया गया है ?.
राहत भरी एक खबर यह भी है कि प्रदेश में कोरोना की संक्रमण दर महज 1 फीसद के आसपास है. मंगलवार को 15282 सैंपलों की जांच में 167 मरीज मिले हैं. इस तरह संक्रमण दर 1 फीसद रही. यानी 100 मरीजों की जांच में एक व्यक्ति पॉजिटिव मिल रहा है. बता दें कि सितंबर में यह दर सर्वाधिक 16 फीसद थी.
प्रदेश में सबसे ज्यादा मरीज भोपाल में मिल रहे हैं. मंगलवार को यहां 44 कोरोना संक्रमित मिले हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना वायरस कमजोर पड़ा है. लोगों में प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ी है, इसलिए संक्रमण कम हुआ है.
जांच का लक्ष्य घटाया
सरकार ने अभी तक 30,000 संदिग्धों के हर दिन जांच का लक्ष्य तय किया था. अब मरीजों की संख्या कम होने पर हर दिन करीब 15000 मरीज ही जांच कराने के लिए पहुंच रहे हैं. लिहाजा सरकार ने लक्ष्य घटाकर 20,000 कर दिया है. इसमें आधी जांचें रैपिड एंटीजन किट से और आधी जांचें आरटी पीसीआर तकनीक से करने का लक्ष्य रखा गया है. कोरोना मरीजों की मौत का ग्राफ भी काफी घटा है.