नई दिल्ली. पूरे देश में पेट्रोल-डीजल की बढती कीमतों को देखते हुए कांग्रेस सांसद के सुरेश और टीएन प्रथापन ने शुक्रवार को लोकसभा में सत्र स्थगन का प्रस्ताव दिया. जिसमें ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी पर चर्चा की मांग की गई. सदन में कहा गया जिस तरह से शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमते बढ रही हैं ऐसे में शहर के लोगों की मांग है कि सरकार ईंधन की कीमतों को कम करने के लिए नए तरीको ढूंढे.
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण के दौरान घोषणा की थी कि पेट्रोल और डीजल पर एग्रीकल्चर सेस लगाया जाएगा. पेट्रोल पर 2.5 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर लगभग 4 रुपये प्रति लीटर सेस लगा है.
लगातार चौथे दिन बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम
कोरोना के कारण देश के लोगों की आर्थिक स्थित पहले ही खराब है. और ऐसे में हर दिन बढते पेट्रोल-डीजल के दामों ने लोगों को परेशान करके रख दिया है. बजट के आने के बाद आम जनता को ये उम्मीद थी कि पेट्रोल-डीजल के दामों में थोड़ी गिरावट देखने को मिलेगी. लेकिन लोगों की उम्मीद के उलट शुक्रवार से ही पूरे देश में पेट्रोल-डीजल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं शुक्रवार को अगर देश के मुख्य शहरों में पेट्रोल के दामों की बात करें तो 26 से 29 पैसे प्रति लीटर और डीजल के दामों में 34 से 38 पैसे प्रति लीटर के हिसाब से बढ़ोतरी हुई है. अब अगर पिछले लगभग 2 हफ्तों का रिकॉर्ड देखें तो पेट्रोल की कीमतों में 4.13 रुपये प्रति लीटर की बढोतरी हुई है जबकि डीजल में 4.26 रुपये की बढोतरी हुई है.