प्रदीप द्विवेदी. कांग्रेस नेता राहुल गांधी की राजस्थान यात्रा के दौरान पूर्व उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट को लेकर सियासी चर्चाएं चलती रहीं.

पीएम मोदी ने चीन के मुद्दे को जिस तरह से नज़रअंदाज़ किया है, साइड लाइन किया है, उसे लेकर जहां राहुल गांधी ने उन पर निशाना साधा, वहीं यह चर्चा भी रही कि कभी राहुल गांधी के एकदम करीब नजर आने वाले सचिन पायलट सभा में सियासी तौर पर साइड लाइन रहे. अलबत्ता, इसे पद का प्रोटोकॉल करार दिया गया. सीएम गहलोत मंच पर राहुल के करीब दाईं ओर थे, जबकि बाईं ओर प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा और माकन के बाद चौथे नंबर पर सचिन पायलट बैठे थे.

हालांकि, ऐसी सियासी चर्चाओं के बीच सचिन पायलट ने सभा के फोटों के साथ ट्वीट किया- किसान हितों की रक्षा के लिए राहुल गांधी की मौजूदगी मे आज पदमपुर (श्रीगंगानगर) की किसान महापंचायत में लिए गए संकल्प को हम पूरे देश मे लेकर जाएंगे. देश की खेती-किसानी को खत्म करने के उद्देश्य से लाए गए कृषि विरोधी क़ानूनों ने केंद्र सरकार की दमनकारी मानसिकता का परिचय दिया है.

विभिन्न सभाओं में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा सियासी हमला करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी का सच यह है कि वे चीन के सामने खड़े नहीं हो पाते हैं, लेकिन देश के मजदूर-किसानों के सामने दीवार खड़ी कर देते हैं.

ग़लतियों का चौका....

राहुल गांधी ने मोदी सरकार की अब तक की चार बड़ी गलतियां इस तरह से बताई, एक- सबसे पहले नोटबंदी कर गरीबों का पैसा निकाला, दो- फिर जीएसटी की गलती की, तीन- कोरोना को लेकर गलत फैसले लिए और अब चार- कृषि कानूनों से देश का नुकसान करना चाहते हैं!