पल-पल इंडिया (पीके). कृषि क़ानूनों के विरोध में किसानों से संपर्क-संवाद करने राजस्थान पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने देसी अंदाज़ में अपना अभियान जारी रखा. दूसरे दिन शनिवार को उन्होंने रूपनगढ़, अजमेर की ट्रैक्टर रैली में खुद ट्रैक्टर चलाया, तो ऊंट गाड़ी पर भी चढ़े.  

इससे पहले सुरसुरा (अजमेर) में श्रीवीर तेजाजी महाराज के मंदिर पहुंचकर राहुल गांधी ने तेजाजी महाराज के दर्शन कर पूजा-अर्चना की. अजमेर के पास रूपनगढ़ में किसान संवाद कार्यक्रम रखा गया था, जहां ट्रालियों को जोड़कर बनाए गए मंच से राहुल गांधी ने किसानों को संबोधित किया और कृषि क़ानूनों के बारे में अपनी बात कही. इसके बाद राहुल वहां रखी एक चारपाई पर बैठे. राहुल गांधी मंच के बने घेरे में ट्रैक्टर की ड्राइवर सीट पर बैठ गए. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी ट्रैक्टर पर बैठे.

कांग्रेस के इस कार्यक्रम में किसान भी अपने-अपने ट्रैक्टर लेकर पहुंचे थे. वहां मंच भी बड़ी-बड़ी ट्रालियों को जोड़कर बनाया गया था.

मकराना जाते हुए परबतसर के पास भी राहुल गांधी का स्वागत किया गया, जहां उन्होंने ऊंटगाड़ी पर चढ़कर लोगों का अभिवादन किया.

इस मौके पर राहुल गांधी का स्वागत-सत्कार गेहूं की बालियों के गुलदस्ता से किया गया. जगह-जगह पर राहुल गांधी ने तीन कृषि क़ानूनों को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि इनके जरिये वे चालीस प्रतिशत हिंदुस्तान के कृषि व्यापार को अपने दो मित्रों के हवाले करना चाहते हैं.

चीन और सचिन की चर्चा....

कांग्रेस नेता राहुल गांधी की राजस्थान यात्रा के दौरान पूर्व उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट को लेकर भी सियासी चर्चाएं चलती रहीं.

पीएम मोदी ने चीन के मुद्दे को जिस तरह से नज़रअंदाज़ किया है, साइड लाइन किया है, उसे लेकर जहां राहुल गांधी ने उन पर निशाना साधा, वहीं यह चर्चा भी रही कि कभी राहुल गांधी के एकदम करीब नजर आने वाले सचिन पायलट सभाओं में सियासी तौर पर साइड लाइन रहे. अलबत्ता, इसे पद का प्रोटोकॉल करार दिया गया. सीएम गहलोत मंच पर राहुल के करीब दाईं ओर थे, जबकि बाईं ओर प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा और माकन के बाद चैथे नंबर पर सचिन पायलट बैठे थे.

हालांकि, ऐसी सियासी चर्चाओं के बीच सचिन पायलट ने सभा के फोटों के साथ ट्वीट किया- किसान हितों की रक्षा के लिए राहुल गांधी की मौजूदगी में पदमपुर (श्रीगंगानगर) की किसान महापंचायत में लिए गए संकल्प को हम पूरे देश मे लेकर जाएंगे. देश की खेती-किसानी को खत्म करने के उद्देश्य से लाए गए कृषि विरोधी क़ानूनों ने केंद्र सरकार की दमनकारी मानसिकता का परिचय दिया है.

विभिन्न सभाओं में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा सियासी हमला करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी का सच यह है कि वे चीन के सामने खड़े नहीं हो पाते हैं, लेकिन देश के मजदूर-किसानों के सामने दीवार खड़ी कर देते हैं.

गलतियों का चौका....

राहुल गांधी ने मोदी सरकार की अब तक की चार बड़ी ग़लतियाँ इस तरह से बताई, एक- सबसे पहले नोटबंदी कर ग़रीबों का पैसा निकाला, दो- फिर जीएसटी की गलती की, तीन- कोरोना को लेकर गलत फैसले लिए और अब चार- कृषि कानूनों से देश का नुकसान करना चाहते हैं!