गुवाहाटी. कांग्रेस नेता राहुल गांधी रविवार को असम दौर पर गए. उन्होंने यहां शिवसागर जिले में फिर मोदी-शाह पर फिर तंज कसते हुए हम दो-हमारे दो नारे का इस्तेमाल किया. राहुल और बाकी कांग्रेस नेता मंच पर नो सीएए लिखा गमछा पहने नजर आए. राहुल गांधी ने कहा, हम दो-हमारे दो सुन लो, कुछ भी होगा पर यहां पर सीएए नहीं होगा.

ठीक एक हफ्ते पहले नरेंद्र मोदी ने भी असम का दौरा किया था. उन्होंने सोनितपुर में एक सभा की थी और कहा था कि हमारी सरकार ने विकास किया है. पुरानी सरकार असम की तकलीफों को समझ नहीं पाई. उन्होंने चाय बागान में काम करने वाले मजदूरों की भी बात की थी और कहा था कि यहां की टी-वर्कर्स को बदनाम किया जा रहा है. ऐसा करने वाले को असम की चाय पीने वाला हर हिंदुस्तानी जवाब देगा.

नफरत फैलाने वालों को जनता सबक सिखाएगी

दुनिया में कोई ताकत नहीं है, जो असम को तोड़ सके. अगर किसी ने असम समझौते को छूने या नफरत फैलाने की कोशिश की तो कांग्रेस पार्टी और असम की जनता मिलकर उन्हें सबक सिखाएगी. हम दो-हमारे दो और बाकी सब मर लो. हम दो-हमारे दो और जो असम को चला रहे हैं. असम में जो कुछ भी है, उसे लूट लो.

रिमोट से टीवी चल सकता है, सीएम नहीं

राहुल ने कहा कि रिमोट से टीवी चल सकता है, सीएम नहीं, आपके मुख्यमंत्री तो केवल दिल्ली-गुजरात की बात सुनते हैं. असम में मुख्यमंत्री असम का ही होना चाहिए, जो असम के लोगों के लिए काम करे. मौजूदा सरकार को हटाना होगा, क्योंकि वो दिल्ली और गुजरात की ही बात सुनते हैं.

चाय मजदूरी की दिहाड़ी में 200 जोड़ देंगे

उन्होंने चाय बागान के मजदूरों पर भी बात की. राहुल बोले कि असम में कांग्रेस की सरकार बनी तो हम युवाओं की घबराहट को दूर करेंगे. असम में रोजगार पैदा करेंगे. चाय मजदूरों को आज 167 रुपए दिहाड़ी दी जाती है. अगर कांग्रेस की सरकार बनी तो हम इसमें 200 रुपए जोड़ देंगे. हमारी सरकार के वक्त असम के चाय बागानों में मजदूरी करने वालों को 367 रुपए मिलेंगे.

सीएए पर अब कोई चर्चा नहीं करता, सोशल मीडिया चेक कर लो- भाजपा

असम सरकार में मंत्री और भाजपा लीडर हेमंत बिस्व सरमा ने राहुल के सीएए वाले बयान पर कहा, ये लोग असम को किससे बचाना चाहते हैं? अगर वो असम की रक्षा करना चाहते हैं तो अप्रवासी मुस्लिमों के खिलाफ स्टैंड लें और कहें कि असम की संस्कृति को बचाएंगे. आज कोई भी सीएए की चर्चा नहीं कर रहा है. आप सोशल मीडिया चेक कर सकते हैं. लोग आजकल इसी चर्चा में व्यस्त हैं कि हमने लड़कियों को स्कूटी दी और लड़कों को टू-व्हीलर दिए जाएंगे. कांग्रेस 50 साल पीछे है और वो पुराने मुद्दे उठा रही है.