30 की उम्र में आते ही महिलाओं के शरीर में बहुत से बदलाव होते हैं. ऐसे में चेहरे पर फाइन लाइन्स होने के साथ शरीर में कमजोरी, थकान आदि भी होने लगती है. इसलिए जीवन के इस पड़ाव पर सेहत का खास ध्यान रखने की जरूरत होती है. ताकि किसी भी तरह की गंभीर बीमारी का शिकार होने से बचा जा सके. तो चलिए आज हम आपको कुछ ऐसे टिप्स देते हैं, जिससे आप 30 के बाद भी अपनी सेहत का अच्छे से ध्यान रख सकती है.

भरपूर नींद लें

पूरी नींद ना लेने से दिनभर बैचेनी रहने के साथ मानसिक व शारीरिक तौर पर परेशानियां होने लगती है. ऐसे में जरूरी है कि रोजाना 7-8 घंटों की हैल्दी नींद लें. असल में, नींद के दौरान हमारा दिनभर की थकान दूर होने के साथ शरीर अंदर से रिपेयर होता है. इसके विपरित कम नींद लेने से ब्लड प्रेशर से जुड़ी परेशानी हो सकती है. ऐसे में शारीरिक व मानसिक विकास में बांधा आ सकती है.

योगा व एक्सरसाइज जरूरी

खुद को सेहतमंद रखने के लिए अच्छी डाइट के साथ योगा व एक्सरसाइज करना भी जरूरी है. इसलिए अपनी डेली रूटीन में 30 से 45 मिनट तक खुद के लिए निकालें. इस समय आप सैर, योगा, एक्सरसाइज, साइकिलिंग आदि कर सकती है. इससे आपकी बॉडी में लचक आएगी. मांसपेशियों व हड्डियों में मजबूती आने के साथ इम्यूनिटी व ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होगा. साथ ही वजन कंट्रोल रहने से ब्लड प्रेशर, शुगर लेवल भी नियंत्रित रहेगा. ऐसे में शरीर को कोई गंभीर रोग लगने से बचाव रहेगा.

कुछ भी खाने से बचें

वैसे तो हर उम्र के लोगों को अपनी डेली डाइट का खास ध्यान रखना चाहिए. ताकि बीमारियों से बचाव रहे. मगर बहुत सी महिलाएं डाइटिंग करके वजन कम करती है. मगर फिर से अलग-अलग चीजों को खाकर वजन बढ़ा लेती है. ऐसे में वजन बढ़ने के साथ बीमारियों की चपेट में आने का खतरा रहता है. इसके लिए जरूरी है कि अपनी डेली डाइट में ताजे फल, सब्जियां, सूखे मेवे, लो फैट मिल्क, दालों व अन्य बीजों को शामिल करें. इसके साथ ही प्रोसेस्ड फूड जैसे स्नैक्स, नमकीन, सॉफ्ट ड्रिंक, चीनी, चावल, मैदा आदि को खाने से बचें. खाने में घी, मक्खन व तेल का कम इस्तेमाल करें. साथ ही बाहर का तला-भुना, अधिक मसालेदार चीजों को खाने से बचें. इसके अलावा शरीर में पानी की कमी पूरी करने के लिए रोजाना 7-8 गिलास पानी का सेवन करें.

वजन कंट्रोल करें

30 की उम्र के बाद खासतौर पर वजन कंट्रोल होना बेहद जरूरी है. नहीं तो बीमारियों की चपेट में आने का खतरा रहता है. डबल्यू एच ओ के स्टैंडर्ड के अनुसार, व्यस्कों का औसत बीएमआई 18.5 से 24.9 होना जरूरी है. अगर इसी अनुसार के मुताबिक किसी का वजन थोड़ा-बहुत बढ़ता या घटता है तो इसे सही माना जाएगा. मगर इससे अधिक होने पर इसे सेहत के लिए नुकसानदायक कहा जाएगा.  

डॉक्टर से संपर्क करें

अक्सर लोग कोई परेशानी होने पर डॉक्टर के पास जाते हैं. मगर खुद को स्वस्थ रखने के लिए समय-समय पर एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लेनी चाहिए. असल में, कोई गंभीर समस्या होने से पहले कई बार शरीर में कोई संकेत नहीं मिलता है. मगर बात में स्थिति अचानक व ज्यादा खराब होने का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में समय-समय पर डॉक्टर से संपर्क करके अपनी डेली रूटीन में बदलाव लाए. ताकि बेहतर व स्वस्थ जीवन बीता जा सके.