नई दिल्ली. अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सप्ताह के अंतिम दिन ब्रेंट क्रूड 62 डॉलर प्रति बैरल के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर गया. जबसे कोविड का प्रकोप हुआ है, तब से पहली बार ऐसा हुआ है कि इसकी कीमत यहां तक आई हो.
घरेलू बाजार में देखें तो आज यहां लगातार छठवें दिन दोनों ईंधनों में आग लगी. दिल्ली में रविवार को पेट्रोल जहां 29 पैसे बढ़ कर 88.73 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया, वहीं डीजल तो 32 पैसे प्रति लीटर की छलांग लगा कर 79.06 रुपये प्रति लीटर के स्तर पर पहुंच गया. इस समय लगभग हर शहरों में दोनों ईधनों के दाम ऑल टाइम हाई पर चल रहे हैं.
नया साल पेट्रोलियम ईंधनों के लिए अच्छा नहीं रहा है. यूं तो बीते जनवरी और फरवरी में महज 18 दिन ही पेट्रोल महंगा हुआ, लेकिन इतने दिनों में ही यह 04.92 रुपये महंगा हो गया है. मुंबई में तो पेट्रोल 95 रुपये के पार पहुंच गया है, जो कि मेट्रो शहरों में सबसे ज्यादा है. देखा जाए तो बीते 10 महीने में ही इसके दाम में करीब 18 रुपये प्रति लीटर से ज्यादा की बढ़ोतरी हो चुकी है.
पेट्रोल के साथ साथ डीजल की कीमत भी रिकार्ड बनाने की राह पर अग्रसर है. कल ही डीजल 36 पैसे चढ़ा था. आज फिर यह 32 पैसे महंगा हुआ है. नए साल में 18 दिनों के दौरान ही डीजल 05.19 रुपये प्रति लीटर महंगा हो चुका है. यह भी सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर है. देखा जाए तो पिछले 10 महीने में ही इसके दाम में 16 रुपये से अधिक की बढ़ोतरी हो चुकी है.