इंदौर. इंदौर के पीसी सेठी अस्पताल में 60 साल के इम्तियाज खान कोवैक्सीन लगवाने के तुरंत बाद बेहोश होकर गिर पड़े. जू कर्मचारी इम्तियाज का बीपी उस वक्त 200 के ऊपर हो गया. इम्तियाज को तुरंत एमवाय हॉस्पिटल के आईसीयू में शिफ्ट किया गया. यहां उन्होंने बाद में एक आंख से कुछ दिखाई न देने की शिकायत की.

जानकारी के अनुसार अब उनकी हालत स्थिर है और खराब हुई आंख से कुछ-कुछ दिखाई भी देने लगा है. डॉक्टर्स का कहना है, यह परेशानी बीपी की वजह से हो सकती है. इम्तियाज की अलग-अलग दस जांचें कराई गई हैं. रिपोर्ट आने के बाद ही उनकी बिगड़ी हालत की असली वजह सामने आएगी.

इम्तियाज के बेटे अजीम का कहना है कि पिता को पहले कोई बीमारी नहीं थी. उसने अस्पताल प्रबंधन पर आरोप लगाया कि जांचें बाहर कराई जा रही हैं. इन जांचों पर अब तक 15 हजार खर्च हो चुके हैं. हालांकि जू प्रभारी डॉ. उत्तम यादव का कहना है इम्तियाज को बीपी और शुगर की शिकायत थी.

मामले को लेकर जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. तरुण गुप्ता ने कहा कि बीपी ज्यादा बढ़ जाने से कम दिखने की समस्या आती है. उन्हें एमवाय हॉस्पिटल भेजा है. वहां हुई जांचों की रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी.

दूसरी ओर कोरोना टीकाकरण नोडल अधिकारी डॉ. संतोष शुक्ला ने कहा कि गाइडलाइन के अनुसार बीपी, शुगर और कैंसर होने पर टीका नहीं लगाया जा सकता. ये टीका सुरक्षित और असरदार है. प्रदेश में अभी तक 5 लाख से ज्यादा लोगों को टीका लगाया जा चुका है.